क्या आगरा धर्मांतरण केस ने खोल दिए हैं चौंकाने वाले राज?

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क्या आगरा धर्मांतरण केस ने खोल दिए हैं चौंकाने वाले राज?

सारांश

आगरा धर्मांतरण मामले में एक पीड़िता ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने पुलिस को बताया कि कैसे एक व्यक्ति ने उसे प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। जानिए इस मामले के पीछे की सच्चाई और पुलिस की कार्रवाई।

Key Takeaways

  • डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से गिरोह सक्रिय हैं।
  • प्रेमजाल में फंसकर युवतियों को गुमराह किया जाता है।
  • धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया जाता है।
  • पुलिस की तत्परता से पीड़ितों को बचाया जा सकता है।
  • सोशल मीडिया पर सतर्क रहना आवश्यक है।

आगरा, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आगरा के धर्मांतरण मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस मामले की एक पीड़िता ने पुलिस पूछताछ में धर्मांतरण गिरोह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। आगरा पुलिस ने इस देहरादून

पुलिस पूछताछ के दौरान युवती ने बताया कि पहले उसे सोशल मीडिया के माध्यम से एक व्यक्ति, अब्बू तालिब, ने संपर्क किया। तालिब ने उसका विश्वास जीतने के बाद प्रेमजाल में फंसाया और अपनी फैमिली से मिलवाया। इसके बाद तालिब ने उसे आयशा नाम की महिला से मिलवाया, जिसने उसे अब्दुल रहमान नाम के व्यक्ति से मिलवाया।

आगरा पुलिस के अनुसार, अब्बू तालिब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का निवासी है, जबकि आयशा और अब्दुल रहमान देहरादून के रहने वाले हैं।

युवती ने बताया कि आयशा ने उसे सेफ हाउस में रहने और लग्जरी लाइफस्टाइल का लालच दिया। बदले में उसे इन्वेस्टमेंट करने की शर्त बताई गई, जिसका मतलब था कि उसे किसी की दूसरी, तीसरी या चौथी पत्नी बनना होगा।

आरोप है कि आयशा और अब्दुल रहमान ने युवती पर धर्मांतरण का दबाव बनाया। धर्म परिवर्तन के बाद उसे एक नामों की सूची दी गई, जिसमें से उसे 'मरियम' नाम चुनने को कहा गया।

कुछ दिन पहले युवती का फोन खराब होने पर अब्बू तालिब ने उसे नया फोन दिलाया, जिसके पैसे आयशा ने दिए। अब्बू तालिब ही उसका मोबाइल रिचार्ज कराता था। गिरोह की सदस्य आयशा ट्रैक होने से बचने के लिए सेकेंड हैंड या कीपैड फोन का इस्तेमाल करती थी।

आरोप है कि पैसों का लालच देकर अब्बू तालिब, अब्दुल रहमान और आयशा ने युवती पर दबाव बनाया और व्हाट्सएप के जरिए कथित तौर पर कलमा पढ़वाया गया। उसका नाम भी बदलकर 'मरियम' रखा गया।

युवती ने यह भी बताया कि गिरोह में झारखंड निवासी एक व्यक्ति अयान भी शामिल है। अयान ने देहरादून के लड़के की जानकारी दी, जिसने उसे दिल्ली पहुंचाया। वहां से उसे किसी अन्य जगह ले जाया जा रहा था, जब आगरा पुलिस ने पूरे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए युवती का रेस्क्यू किया। अब तक इस मामले में आगरा पुलिस 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

Point of View

ताकि हमारी युवा पीढ़ी सुरक्षित रह सके।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

आगरा धर्मांतरण केस में युवती ने क्या खुलासे किए?
युवती ने बताया कि उसे अब्बू तालिब ने प्रेमजाल में फंसाया और धर्मांतरण के लिए मजबूर किया।
पुलिस ने इस मामले में क्या कार्रवाई की?
आगरा पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है और युवती का रेस्क्यू किया है।
क्या युवती को किसी प्रकार का नुकसान हुआ?
हाँ, युवती पर धर्मांतरण का दबाव बनाया गया और उसे नाम बदलने के लिए मजबूर किया गया।