क्या अहमदाबाद में बिहार समाज ने राहुल-तेजस्वी के खिलाफ प्रदर्शन किया?

सारांश
Key Takeaways
- अहमदाबाद में बिहार समाज का बड़ा प्रदर्शन हुआ।
- बिहार के नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियाँ की गईं।
- प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।
- पुलिस बल ने कानून-व्यवस्था बनाए रखी।
- भविष्य में भी ऐसे प्रदर्शन जारी रह सकते हैं।
अहमदाबाद, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मेघानीनगर क्षेत्र में रविवार को बिहार समाज के सैकड़ों सदस्य राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ सड़क पर उतर आए। यह विरोध प्रदर्शन बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान इंडिया गठबंधन के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति की गई अशोभनीय टिप्पणी के खिलाफ किया गया।
इस कार्यक्रम में नरोड़ा विधानसभा की भाजपा विधायक डॉ. पायल बेन कुकरानी और बापूनगर से भाजपा विधायक दिनेश सिंह कुशवाह भी उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों के साथ अपनी नाराजगी व्यक्त की।
पायल बेन कुकरानी ने कहा, "बिहार में चुनाव नजदीक हैं, लेकिन विपक्ष ने अब तक कोई कार्य नहीं किया। जब भाजपा सरकार विकास में लगी है, तो विपक्षी नेता अपशब्दों का सहारा ले रहे हैं। इस बार तो उन्होंने हद पार कर दी। पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई। पूरा देश पीएम मोदी के साथ खड़ा है। जब तक विपक्षी नेता माफी नहीं मांगते, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।"
विधायक दिनेश सिंह कुशवाह ने कहा, "एक वैश्विक नेता के खिलाफ इस प्रकार की भाषा का उपयोग असहनीय है। बिहार समाज के लोग इसलिए एकजुट हुए हैं ताकि विपक्ष अपनी गलती का एहसास कर सके और माफी मांगे।"
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इंडिया गठबंधन के मंच से न केवल प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्द बोले गए, बल्कि बिहार और वहां की जनता का भी अपमान किया गया। इसे सिर्फ एक राजनीतिक हमला नहीं, बल्कि मातृशक्ति और पूरे बिहार का अपमान माना गया।
प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। पुलिस बल मौके पर तैनात था, जिससे कानून-व्यवस्था बनी रही। आयोजकों ने स्पष्ट कहा कि बिहार और मातृशक्ति के सम्मान के लिए यदि आवश्यक हुआ, तो भविष्य में ऐसे विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे।