क्या एयर इंडिया-एयर कनाडा में कोडशेयर साझेदारी फिर से शुरू होने से यात्रा आसान होगी?
सारांश
Key Takeaways
- कोडशेयर साझेदारी से यात्रा के विकल्प बढ़ेंगे।
- यात्रियों को सीधी उड़ानें मिलेंगी।
- बैगेज अलाउंस और चेक-इन प्रक्रिया सरल होगी।
- लॉयल्टी पॉइंट्स का समेकन संभव होगा।
- भारत और कनाडा के बीच यात्रा को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी ने सूचित किया है कि वह एयर कनाडा के साथ अपनी कोडशेयर साझेदारी को पुनः आरंभ कर रही है। इस कदम का उद्देश्य भारत और कनाडा के बीच उड़ानों के विकल्पों को बढ़ाना और कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ करना है।
एयर कनाडा भी स्टार अलायंस का हिस्सा है, इसलिए यह साझेदारी दोनों देशों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगी।
यह कोडशेयर समझौता 2 दिसंबर 2025 से लागू होगा, जिसके तहत एयर इंडिया अपने यात्रियों को कनाडा के छह प्रमुख शहरों तक आसानी से पहुंचने का अवसर प्रदान करेगी। पहले एयर इंडिया की सीधी उड़ानें वैंकूवर और लंदन (हीथ्रो) तक ही सीमित थीं, लेकिन अब वैंकूवर से आगे कैलगरी, एडमॉन्टन, विनिपेग, मॉन्ट्रियल और हैलिफ़ैक्स जैसे शहरों तक पहुंचना आसान होगा। इसी तरह लंदन हीथ्रो से वैंकूवर और कैलगरी तक भी उड़ान के विकल्प बढ़ेंगे।
इसके बदले, एयर कनाडा के ग्राहकों को दिल्ली के माध्यम से अमृतसर, अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद और कोच्चि और लंदन (हीथ्रो) के जरिए दिल्ली और मुंबई के लिए सरल डोमेस्टिक इंडिया कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
एयर इंडिया के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर कैंपबेल विल्सन ने कहा कि हर वर्ष दो मिलियन से अधिक लोग भारत और कनाडा के बीच यात्रा करते हैं। एयर कनाडा के साथ हमारी साझेदारी का पुनः आरंभ होना हजारों लोगों के लिए यात्रा को सरल बना देगा।
इस समझौते की एक प्रमुख विशेषता यह है कि दोनों एयरलाइनों की उड़ानों को एक ही टिकट पर यात्रा करने वाले ग्राहकों को समग्र यात्रा की सुविधा मिलेगी। इससे यात्रियों को बार-बार चेक-इन की परेशानी नहीं होगी और बैगेज अलाउंस भी समान रहेगा। इसके अतिरिक्त, जो यात्री लॉयल्टी पॉइंट्स या माइल्स अर्जित करते हैं, वे दोनों एयरलाइनों पर अपने बैलेंस को समेकित कर सकेंगे। एयर इंडिया के महाराजा क्लब के गोल्ड मेंबर्स को एयर कनाडा की उड़ानों पर भी प्रायोरिटी चेक-इन, अतिरिक्त सामान ले जाने की सुविधा और एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस जैसे लाभ मिलते रहेंगे।
रेगुलेटरी अप्रूवल के आधार पर कोडशेयर उड़ानें धीरे-धीरे विश्वभर में एयरलाइन्स के संबंधित बुकिंग चैनल्स और ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से बिक्री के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी।