क्या शुगर इंडस्ट्री को टेक्नोलॉजी का सहारा मिलेगा? अजित पवार ने बताया भविष्य का प्लान

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क्या शुगर इंडस्ट्री को टेक्नोलॉजी का सहारा मिलेगा? अजित पवार ने बताया भविष्य का प्लान

सारांश

पुणे में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने वसंत दादा शुगर इंस्टीट्यूट का दौरा किया। उन्होंने शुगर इंडस्ट्री में तकनीकी सुधार, सौर ऊर्जा के उपयोग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर चर्चा की। जानें, इस उद्योग के लिए आगे की योजनाएं क्या हैं।

Key Takeaways

  • शुगर इंडस्ट्री में तकनीकी सुधार आवश्यक हैं।
  • सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग किया जाएगा।
  • किसानों के लिए प्रोत्साहन राशि बढ़ाई गई है।
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग बढ़ेगा।
  • सरकार प्रक्रियाओं को सरल बनाएगी।

पुणे, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को वसंत दादा शुगर इंस्टीट्यूट का दौरा किया, जहां उन्होंने राज्य की शुगर इंडस्ट्री से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इस बैठक में राज्य भर की शुगर फैक्ट्रियों के पदाधिकारियों और अधिकारियों को आमंत्रित किया गया था।

अजित पवार ने बताया कि शुगर इंडस्ट्री में सिंचाई से संबंधित समस्याएं, फॉस्फेट की कमी, और सोलर ऊर्जा के उपयोग में कई चुनौतियां हैं। खासकर, फैक्ट्रियों की छतों पर सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया में आने वाली दिक्कतों पर विस्तार से चर्चा हुई।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकार इन प्रक्रियाओं को सरल बनाने पर विचार कर रही है ताकि उद्योग सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग कर सके।

उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में शुगर इंडस्ट्री की कार्यक्षमता को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई। यदि हमारी मिलें तकनीकी रूप से अधिक सक्षम होंगी, तो उत्पादन लागत कम होगी और किसानों को सीधा लाभ प्राप्त होगा।

इस मीटिंग की एक और खास बात यह रही कि इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग पर भी चर्चा की गई। अजित पवार ने कहा कि अन्य क्षेत्रों में एआई का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है, उसी तरह कृषि और शुगर उद्योग में भी इसका उपयोग बढ़ाने की योजना है। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि हमारा कृषि क्षेत्र इस तकनीकी बदलाव से पीछे रह जाए।

वसंत दादा शुगर इंस्टीट्यूट को उन्होंने राज्य का एक महत्वपूर्ण अनुसंधान केंद्र बताया। उन्होंने बताया कि इस संस्थान ने इस वर्ष किसानों के लिए प्रोत्साहन राशि में वृद्धि की है। पहले 9,250 रुपए प्रति हेक्टेयर दिए जाते थे, जिसे अब बढ़ाकर 18,250 रुपए प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, बाकी 6,750 रुपए शुगर फैक्ट्रियां भरेंगी, जिससे कुल 25,000 रुपए प्रति हेक्टेयर किसानों को लाभ मिलेगा।

वहीं, विधायक संग्राम जगताप के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अजित पवार ने कहा कि यह पार्टी की विचारधारा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने बताया कि इस बयान पर पार्टी ने नोटिस जारी किया है। कोई भी राजनीतिक पार्टी अपने विचारों के खिलाफ बयान देने वाले व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं कर सकती। नोटिस के जवाब के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Point of View

ताकि यह न केवल आर्थिक विकास में योगदान करे, बल्कि किसानों की भलाई भी सुनिश्चित करे। सरकार की योजनाएं इस दिशा में सकारात्मक संकेत देती हैं।
NationPress
12/10/2025

Frequently Asked Questions

अजित पवार ने शुगर इंडस्ट्री के लिए कौन से प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की?
उन्होंने सिंचाई, फॉस्फेट की कमी, और सोलर ऊर्जा के उपयोग के मुद्दों पर चर्चा की।
किसानों के लिए प्रोत्साहन राशि में क्या बदलाव किया गया है?
प्रोत्साहन राशि पहले 9,250 रुपए प्रति हेक्टेयर थी, जिसे बढ़ाकर 18,250 रुपए किया गया है।
शुगर इंडस्ट्री में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कैसे किया जाएगा?
कृषि और शुगर उद्योग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग को बढ़ाने की योजना है।
सरकार सौर ऊर्जा के उपयोग को कैसे बढ़ाने की योजना बना रही है?
सरकार सौर पैनल लगाने की प्रक्रियाओं को सरल बनाने पर विचार कर रही है।
क्या विधायक संग्राम जगताप के बयान पर कोई कार्रवाई हुई है?
हां, पार्टी ने इस बयान पर नोटिस जारी किया है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।