क्या एके. शर्मा ने सरदार पटेल की 185वीं जयंती पर पदयात्रा का नेतृत्व किया?
सारांश
Key Takeaways
- सरदार पटेल की 185वीं जयंती पर पदयात्रा का आयोजन हुआ।
- इसमें हजारों लोग शामिल हुए और यह यात्रा 4 किलोमीटर तक चली।
- एके. शर्मा ने सरदार पटेल के योगदान की सराहना की।
- प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया गया।
- वोट चोरी के आरोपों पर एके. शर्मा ने प्रतिक्रिया दी।
जौनपुर, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सरदार वल्लभ भाई पटेल की 185वीं जयंती के अवसर पर, उत्तर प्रदेश के जौनपुर में जिले के प्रभारी मंत्री एके. शर्मा ने पदयात्रा का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए और यह यात्रा लगभग 4 किलोमीटर तक चली।
मंत्री एके. शर्मा ने राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए कहा कि इस यात्रा में शामिल सभी लोगों ने सरदार पटेल के योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम इस महान आत्मा को पुनर्जीवित करने का कार्य कर रहे हैं। सरदार पटेल का स्वतंत्रता संग्राम, स्वाधीन भारत और अखंड भारत के निर्माण में योगदान अद्वितीय है।
उन्होंने आगे कहा कि इस अवसर पर हमने उन सपनों और भावनाओं को याद किया, जिनके लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया। उनका एक ही उद्देश्य था कि हमारी आने वाली पीढ़ियां सुखी और समृद्ध रहें। यह कार्य अब वर्तमान पीढ़ी का है। हमें अपने कर्तव्यों से विमुख नहीं होना चाहिए और अपने क्षेत्रों के विकास के लिए तत्पर रहना चाहिए।
प्रधान मंत्री मोदी ने विकसित भारत का संकल्प लिया और हमें एक सपना दिखाया है, जिसे हम साकार कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे चुनाव हारते हैं, तो वे चुनाव आयोग और ईवीएम को दोष देते हैं। यही उनके द्वारा अपनाए जाने वाले हथकंडे हैं।
एके. शर्मा ने वोट चोरी के आरोपों पर कहा कि यदि वास्तव में वोट चोरी की गई होती, तो उनकी सरकारें कैसे बनतीं? उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार ईवीएम ने उन्हें लाभ दिया है। जहां वे हारते हैं, वहां ईवीएम और चुनाव अधिकारियों पर सवाल उठाते हैं।