क्या उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि अखिलेश यादव को वोट चोरी का मुद्दा बेबुनियाद समझना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- उपेंद्र कुशवाहा ने अखिलेश यादव के वोट चोरी के आरोप को बेबुनियाद बताया।
- जनता को बोलने की जरूरत है अगर वास्तव में कुछ गलत हुआ है।
- नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहेंगे, यह कुशवाहा का स्पष्ट बयान है।
- कांग्रेस को अपनी ताकत पर भरोसा रखना चाहिए।
- राजद को बिहार की जनता ने नकार दिया है।
पटना, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की डकैती का आरोप लगाया था। इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि अखिलेश को समझना चाहिए कि वोट चोरी का मुद्दा बेबुनियाद है।
उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसका वोट चुराया गया? यह किसकी डकैती है? जनता की। यदि जनता बोलेगी तो ही फर्क पड़ेगा, लेकिन कोई बोल नहीं रहा। अगर कुछ चुराया होता, तो लोग अवश्य बोलते। यदि कोई किसी के घर लूटने की बात करता है, तो इसका मतलब है कि असल में किसी के घर में चोरी नहीं हुई। वरना लोग क्यों नहीं बोलते? अब उन्हें समझ लेना चाहिए कि यह मुद्दा पूरी तरह से बेबुनियाद है। यदि विपक्ष ऐसे मुद्दों पर चलेगा, तो बिहार जैसी दुर्गति हर राज्य में होगी। यदि अब भी समझ नहीं आ रहा, तो ऐसे लोगों का मालिक केवल भगवान ही है।
सीएम फेस को लेकर कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहेंगे, जैसा कि हमने बार-बार कहा है। यह अंतिम है। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री होंगे, इसलिए किसी को अनावश्यक सवाल पूछने की कोई आवश्यकता नहीं है।
कुशवाहा ने कांग्रेस के उस पोस्ट पर टिप्पणी की है जिसमें कहा गया है कि खुद की ताकत पर भरोसा करना चाहिए, उधारी की ताकत घातक होती है। कुशवाहा ने कहा कि वे कई वर्षों से पूरी तरह से राजद पर निर्भर हैं। उनके पास खुद की क्या ताकत है? कांग्रेस के लोग जो भी कहते हैं, उन्हें खुद भी समझ नहीं आता।
उपेंद्र कुशवाहा ने रोहिणी आचार्य के लालू यादव के परिवार से नाता तोड़ने के मामले में कहा कि इस तरह की परिस्थिति के लिए परिवार के लोग ही जिम्मेदार हैं। जनता चीजों को समझ रही है। जो अपने परिवार को नहीं संभाल सकते, वे राज्य के लिए क्या कर सकते हैं। इसलिए बिहार की जनता ने राजद को नकार दिया है।