क्या अलसी सेवन के इतने फायदे जानकर आप भी हैरान होंगे? इसे सुपर सीड क्यों कहते हैं?
सारांश
Key Takeaways
- अलसी में ओमेगा-3 और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है।
- यह हृदय स्वास्थ्य में सहायक है।
- अलसी का सेवन पाचन को सुधारता है।
- यह त्वचा को चमकदार बनाता है।
- महिलाओं के लिए हार्मोन बैलेंस में मददगार है।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अलसी के छोटे-छोटे भूरे बीज, जो देखने में साधारण लगते हैं, असल में गजब का न्यूट्रिशन समेटे हुए होते हैं। इनमें ओमेगा-3, फाइबर और लिग्निन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो आपके दिल, दिमाग, पाचन, त्वचा और बालों के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। यही वजह है कि आधुनिक पोषण विज्ञान में अलसी को सुपर सीड कहा जाता है।
प्राचीन काल से अलसी को देसी ओमेगा-3 का राजा माना जाता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे गोल्डन सुपर सीड के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद में भी इसे तिलवर्ग के सबसे श्रेष्ठ और लाभकारी बीजों में से एक माना गया है। इन छोटे-छोटे बीजों को नेचुरल न्यूट्रिशन बूस्टर के रूप में देखा जाता है, जो आपकी सेहत का ध्यान रखते हैं।
अलसी हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करता है, शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और पाचन को सुधारता है। यह त्वचा को ग्लोइंग बनाने में सहायक है और बालों को मजबूती प्रदान करता है। खासकर महिलाओं के लिए यह हार्मोन बैलेंस में भी मददगार साबित होता है। इसके अतिरिक्त, यह भूख को देर से लगने के कारण वजन को नियंत्रित करने में भी सहायक है।
इसे खाने का तरीका भी सरल है। अलसी को हल्का भूनकर पाउडर बना लें और रोज सुबह 1 चम्मच गुनगुने पानी के साथ लें। इसे दही में मिलाकर, रोटी के आटे में मिलाकर या सलाद, पोरीज और ओट्स पर टॉपिंग के रूप में भी खाया जा सकता है।
अलसी खाने का एक विशेष तरीका भी है। भुनी अलसी पाउडर में बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च, हरी धनिया, नमक, सरसों का तेल और नींबू मिलाकर अलसी का चोखा बना लें। यह न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभदायक है।
हालांकि, इसका सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। अलसी को हमेशा पीसकर पाउडर के रूप में ही खाएं, क्योंकि पूरे बीज अक्सर बिना पचे ही निकल जाते हैं। प्रतिदिन 1 चम्मच पाउडर लेना पर्याप्त है। भुने पाउडर को एयरटाइट जार में रखें और 15-20 दिन में इसका सेवन समाप्त कर दें।