क्या केंद्र सरकार लाल किला ब्लास्ट मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करेगी? : कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- लाल किला ब्लास्ट की जांच एनआईए कर रही है।
- कांग्रेस ने सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
- विपक्ष ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
- बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने की संभावना है।
- सरकार का कदम उठाना आवश्यक है।
नई दिल्ली, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने लाल किले के निकट हुए बम विस्फोट की जांच एनआईए को सौंपने के मामले में कहा कि निस्संदेह इसके विभिन्न पहलुओं की जांच की जानी चाहिए।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दिल्ली में हुए विस्फोट की कई पहलुओं पर जांच चल रही है। अब तक सरकार की तरफ से इस संदर्भ में कोई आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है, जिसमें यह बताया गया हो कि यह किस प्रकार का विस्फोट था। मेरी जानकारी के अनुसार, इस हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकवादी संगठन ने अभी तक नहीं ली है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब इस विस्फोट को चौबीस घंटे हो चुके हैं, ऐसे में हम चाहते हैं कि सरकार अपना पक्ष प्रस्तुत करे और इसके बारे में पूरी जानकारी दे। इस चुनौतीपूर्ण समय में पूरी विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। हम इस हमले के शिकार हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।
इसके अतिरिक्त, आलोक शर्मा ने २६/११ हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि मुझे याद है कि जब यह हमला हुआ था, तो तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तुरंत मुंबई के लिए रवाना हुए थे। इसके बाद उन्होंने भारी बारिश में प्रेस को संबोधित किया था।
उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि केवल भाषणबाजी से काम नहीं चलने वाला है। अब सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भी बहुत तरह की भाषणबाजी हुई थी। इसके बाद ट्रंप ने हस्तक्षेप किया था, लेकिन सरकार ने चुप्पी साध ली।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले की जांच में क्या हुआ, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं आई है। हम विपक्ष के रूप में चाहते हैं कि जांच को पूरी तरह से होना चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
आलोक शर्मा ने यह भी दावा किया कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। एनडीए ने बिहार में दो दशकों के शासनकाल में केवल जनता के हितों पर कुठाराघात किया है।
इन लोगों ने बिहार के किसी भी क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है। इन लोगों ने बिहार के हित के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं। ऐसी स्थिति में बिहार में सत्ता परिवर्तन पूरी तरह से निश्चित है। बिहार की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है। इस बार प्रदेश में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।