क्या 25 दिन में 3 लाख 83 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की?

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क्या 25 दिन में 3 लाख 83 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की?

सारांश

अमरनाथ यात्रा में 3.83 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं। यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी। जानिए इस यात्रा की खासियतें और सुरक्षा व्यवस्था के बारे में।

Key Takeaways

  • 3.83 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए हैं।
  • यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।
  • सुरक्षा के लिए 180 अतिरिक्त कंपनियाँ तैनात की गई हैं।
  • कोई हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं है।
  • पवित्र गुफा मंदिर समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर है।

श्रीनगर, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा में अब तक 3.83 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं। इस वार्षिक तीर्थयात्रा का समापन अब 12 दिन दूर है।

इस बार की अमरनाथ यात्रा एक अत्यंत सुरक्षित, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित माहौल में हो रही है। श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।

अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को 1,490 श्रद्धालुओं का एक और जत्था जम्मू से दो सुरक्षा काफिलों के साथ कश्मीर के लिए रवाना हुआ।

इसमें से, 327 तीर्थयात्रियों को लेकर 16 वाहनों का पहला काफिला सुबह 3.25 बजे बालटाल आधार शिविर के लिए निकला, जबकि 1,163 यात्रियों को लेकर 45 वाहनों का दूसरा काफिला सुबह 3.57 बजे पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।

इस दिन, 'नाग पंचमी' के मौके पर, श्रीनगर के अमरेश्वर मंदिर में भगवान शिव की पवित्र छड़ी (छड़ी मुबारक) का 'छड़ी पूजन' मनाया जा रहा है।

पवित्र गुफा मंदिर की ओर छड़ी मुबारक की अंतिम यात्रा 4 अगस्त को शुरू होगी। इसे परंपरागत रूप से श्रीनगर के बुद्धशाह चौक क्षेत्र में दशनामी अखाड़ा भवन के अमरेश्वर मंदिर में रखा जाता है। छड़ी मुबारक की यात्रा ही अमरनाथ यात्रा के स्थलों का निर्धारण करती है।

यह 4 अगस्त को श्रीनगर के अमरेश्वर मंदिर से अमरनाथ गुफा मंदिर की ओर अपनी अंतिम यात्रा शुरू करेगी और 9 अगस्त को पवित्र गुफा मंदिर पहुँचेगी, जो यात्रा का आधिकारिक समापन होगा।

पवित्र गुफा मंदिर तक की यात्रा के दौरान, छड़ी मुबारक अपने अंतिम गंतव्य के रास्ते में पंपोर, बिजबेहरा, मट्टन और पहलगाम में पारंपरिक पूजा का आयोजन किया जाएगा।

अधिकारियों ने इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है, क्योंकि यह यात्रा 22 अप्रैल को हुए कायराना पहलगाम हमले के बाद हो रही है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी।

इस वर्ष, सुरक्षा के लिए सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की संख्या बढ़ाई गई है, जिसमें 180 अतिरिक्त कंपनियाँ तैनात की गई हैं। सेना ने 8,000 से अधिक विशेष कमांडो भी तैनात किए हैं।

यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी।

श्रद्धालु कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर स्थित पवित्र गुफा मंदिर तक या तो पारंपरिक पहलगाम मार्ग से या छोटे बालटाल मार्ग से पहुँचते हैं। पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वाले लोग चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होकर गुफा मंदिर तक पहुँचते हैं, और 46 किलोमीटर पैदल चलना होता है।

श्रद्धालुओं को गुफा मंदिर तक पहुँचने में चार दिन लगते हैं। जबकि, छोटे बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले श्रद्धालुओं को गुफा मंदिर तक पहुँचने के लिए 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है और दर्शन के बाद उसी दिन आधार शिविर लौटना पड़ता है।

सुरक्षा कारणों से इस वर्ष यात्रियों के लिए कोई हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं है।

Point of View

बल्कि यह देश की एकता और अखंडता का भी संदेश देती है।
NationPress
29/07/2025

Frequently Asked Questions

अमरनाथ यात्रा कब शुरू हुई थी?
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी।
यात्रा का समापन कब होगा?
यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।
इस वर्ष कितने श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए हैं?
इस वर्ष 3.83 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए हैं।
सुरक्षा के लिए क्या विशेष प्रबंध किए गए हैं?
इस वर्ष 180 अतिरिक्त कंपनियाँ तैनात की गई हैं और 8,000 से अधिक विशेष कमांडो सुरक्षा में लगे हुए हैं।
क्या इस वर्ष हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध है?
सुरक्षा कारणों से इस वर्ष यात्रियों के लिए कोई हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं है।