क्या अंबाजी मंदिर से गब्बर तक बनेगा भव्य कॉरिडोर?

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क्या अंबाजी मंदिर से गब्बर तक बनेगा भव्य कॉरिडोर?

सारांश

गुजरात के अंबाजी माता मंदिर का भव्य विकास होने जा रहा है, जिसमें गब्बर पर्वत को जोड़ा जाएगा। इस 1632 करोड़ रुपए के मास्टर प्लान से यात्रियों के अनुभव में सुधार होगा और आध्यात्मिक सुविधाओं में वृद्धि होगी। यह योजना राज्य के टूरिज्म को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित होगी।

Key Takeaways

  • अंबाजी माता मंदिर का भव्य विकास
  • गब्बर पर्वत के साथ आध्यात्मिक एकीकरण
  • 1632 करोड़ रुपए का मास्टर प्लान
  • यात्रियों के अनुभव में सुधार
  • आध्यात्मिक एवं पर्यावरणीय जिम्मेदारी

गांधीनगर, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अरवल्ली पर्वतमाला का आध्यात्मिक केंद्र बिंदु, श्री अंबाजी माता मंदिर। यह मंदिर गुजरात और पूरे देश में प्रसिद्ध है और यहां लाखों श्रद्धालु भाद्रपदी पूर्णिमा मेला समेत सभी पूर्णिमाओं पर आते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में, इस यात्राधाम का विकास लगातार हो रहा है। राज्य सरकार अब अंबाजी यात्राधाम को मॉडल टेम्पल टाउन बनाने का प्रयास कर रही है।

इसके लिए, राज्य सरकार ने 1632 करोड़ रुपए का एक बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल इस योजना के कार्यान्वयन पर निगरानी रख रहे हैं, जबकि राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने हाल ही में इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक की।

जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने अंबाजी के विकास के लिए कई सफल प्रयास किए। पीएम ने 'विकास भी, विरासत भी' के मंत्र से देश के आस्था केंद्रों का विकास किया है। इसी दिशा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभूति के केंद्र बनाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं।

राज्य सरकार ने अंबाजी माता मंदिर के परिसर के आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं के अनुसार मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसे दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण का कार्य जल्द ही शुरू होगा। इस योजना में अंबाजी यात्राधाम की सभी आवश्यकताओं का समावेश किया गया है। इसका उद्देश्य पवित्र स्थलों को एकीकृत कर यात्रियों की सुविधाओं में सुधार करना है।

गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड इस मास्टर प्लान पर कार्य कर रहा है। इस योजना का केंद्र गब्बर पर्वत है, जहां देवी सती का हृदय बताया गया है। इस मास्टर प्लान के तहत अंबाजी मंदिर और गब्बर पर्वत को आध्यात्मिक रूप से जोड़ा जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए एक इंटरैक्टिव कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।

गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड के अनुसार, अंबाजी मंदिर परिसर के लिए एक व्यापक और स्थायी मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जो पर्यावरणीय जिम्मेदारी को प्राथमिकता देता है। यह यात्रा अनुभव को यादगार बनाने के साथ-साथ मुख्य दिव्य स्थलों के बीच सुगम संपर्क सुनिश्चित करेगा।

अंबाजी नगर की आध्यात्मिक महत्ता और सुंदरता को बढ़ाने वाले इस मास्टर प्लान का अनुमानित खर्च 1,632 करोड़ रुपए है। पहले चरण में लगभग 950 करोड़ रुपए के खर्च से विकास कार्य शुरू होंगे। इस योजना का मुख्य आकर्षण अंबाजी मंदिर और गब्बर को जोड़ने वाला शक्ति कॉरिडोर होगा।

दूसरे चरण में लगभग 682 करोड़ रुपए की लागत से गब्बर मंदिर और परिसर का विकास किया जाएगा। इस मास्टर प्लान के अंतर्गत यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा।

Point of View

यह कहना उचित है कि इस तरह के विकास न केवल धार्मिक स्थलों का महत्व बढ़ाते हैं बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं। यह योजना अंबाजी और गब्बर के बीच आध्यात्मिक संबंध को मजबूत करेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
NationPress
14/12/2025

Frequently Asked Questions

अंबाजी मंदिर का महत्व क्या है?
अंबाजी मंदिर गुजरात का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां लाखों श्रद्धालु आते हैं।
गब्बर पर्वत का क्या महत्व है?
गब्बर पर्वत देवी सती का हृदय स्थल माना जाता है और इसे धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है।
इस मास्टर प्लान का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुविधाओं में सुधार और पवित्र स्थलों को एकीकृत करना है।
इस योजना का अनुमानित खर्च क्या है?
इस मास्टर प्लान का कुल खर्च लगभग 1632 करोड़ रुपए है।
इस योजना के चरण क्या होंगे?
यह योजना दो चरणों में लागू होगी, जिसमें पहले चरण का कार्य शीघ्र ही शुरू होगा।
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