क्या भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली में कांग्रेस की रैली को 'ड्रामा' बताया?
सारांश
Key Takeaways
- प्रवीण खंडेलवाल ने कांग्रेस की रैली को 'नाटक' कहा।
- कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राजनीतिक रूप से नाकाम हैं।
- राहुल गांधी रैली के बाद विदेश जाने की योजना बना रहे हैं।
- ममता बनर्जी की राजनीति पर कटाक्ष।
- भाजपा प्रमुख लोगों के नामों को महत्व देती है।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली में आगामी रविवार को आयोजित कांग्रेस पार्टी की रैली को ‘नाटक’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक नाकाम पार्टी है और उसके नेता राजनीतिक रूप से पूरी तरह असफल हैं।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि राहुल गांधी रैली में भाग लेंगे और उसके बाद विदेश चले जाएंगे। गांधी परिवार इसी तरह की राजनीति में लिप्त रहता है, और कांग्रेस में अन्य नेता दरबारी की भूमिका में हैं।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी और उसके नेता नौटंकी करते हैं। रविवार को वे दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल ‘नाटक’ करने जा रहे हैं। मुझे समझ नहीं आता कि यह ‘नाटक’ क्यों आवश्यक है, क्योंकि ‘वोट चोरी’ के संबंध में उनके जो दावे हैं, उन्हें पहले ही संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने गलत सिद्ध कर दिया है। अमित शाह ने राहुल गांधी के झूठे नैरेटिव का पर्दाफाश किया।"
इसी बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालिया टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, "ममता बनर्जी को जब यह दिख रहा है कि पश्चिम बंगाल में सत्ता उनके नियंत्रण से बाहर हो रही है, तो वह अपनी सत्ता को बचाने के लिए कुछ भी करेंगी। वह डर भी फैलाएंगी। हमने पश्चिम बंगाल में सब कुछ देखा है, विशेषकर जिस प्रकार की राजनीति वह एक विशेष वर्ग पर केंद्रित कर करती हैं।"
‘मनरेगा’ योजना का नाम बदलकर ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’ करने पर प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, "जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और जवाहरलाल नेहरू के नाम पर हजारों संस्थान बनाए गए। लेकिन सरदार पटेल, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव या अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक भी संस्थान नहीं बनाया गया। ऐसे कई लोगों की लंबी सूची है जिनके नामों को नजरअंदाज किया गया।"
उन्होंने कहा कि आज के दौर में भाजपा की सरकार प्रमुख लोगों के नामों को महत्व दे रही है।