क्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलियों को चेतावनी दी, 'बारिश में भी सोने नहीं देंगे'?

सारांश
Key Takeaways
- 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य
- नक्सलियों को चेतावनी: हथियार डालें या परिणाम भोगें
- छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की भूमिका को बढ़ावा
- नई नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का शुभारंभ
- युवाओं को पीएम मोदी पर भरोसा करने की सलाह
रायपुर, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री के रायपुर कैंपस के शिलान्यास समारोह में 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का दोबारा ऐलान किया। उन्होंने नक्सलियों को चेतावनी
उन्होंने उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय की सरकार और गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सल विरोधी अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया है। उन्होंने नक्सलियों को चुनौती दी कि वे अपनी गतिविधियों से हटें और विकास में शामिल हों। अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने अपने कार्यों में अद्भुत प्रदर्शन किया है और 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का सफाया संभव है।
गृह मंत्री ने कहा, "एनएफएसयू और सीएफएसएल की आधारशिला रखी गई है, जिसमें 180 छात्रों को साइबर और फॉरेंसिक साइंस में बीएससी और एमएससी जैसे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा।"
अमित शाह ने बताया कि एनएफएसयू कैंपस के निर्माण के लिए केंद्र से 145 करोड़ रुपए का प्रस्ताव है, जबकि सीएफएसएल के लिए 123 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। कुल मिलाकर, दोनों परियोजनाओं पर 268 करोड़ रुपए का खर्च होगा।
उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि युवा पीएम मोदी पर विश्वास करें और समझें कि एनएफएसयू से उनकी डिग्री नौकरी की गारंटी भी देगी।"