क्या अमृतसर से हथियार तस्करी का बड़ा नेटवर्क बेनकाब हुआ?

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क्या अमृतसर से हथियार तस्करी का बड़ा नेटवर्क बेनकाब हुआ?

सारांश

पंजाब पुलिस ने अमृतसर में एक संगठित हथियार तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में छह लोग गिरफ्तार हुए हैं और उनके कब्जे से अत्याधुनिक हथियार तथा हवाला राशि बरामद की गई। क्या यह कार्रवाई पंजाब में संगठित अपराध की बढ़ती समस्या को रोकने में सहायक होगी?

Key Takeaways

  • अमृतसर में हथियार तस्करी का खुलासा हुआ।
  • पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किए।
  • बरामद हुए 6 पिस्तौल और 5.75 लाख रुपए की हवाला राशि।
  • गिरोह सोशल मीडिया के माध्यम से संचालित था।
  • पंजाब पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति का असर।

अमृतसर, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई में अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सीमा पार से संचालित होने वाले हथियार तस्करी के संगठित नेटवर्क का खुलासा किया है। इस दौरान पुलिस ने छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से छह अत्याधुनिक पिस्तौल और 5.75 लाख रुपए की हवाला रकम बरामद की गई।

पुलिस के अनुसार, यह गिरोह सोशल मीडिया का उपयोग करके विदेश में बैठे आकाओं के निर्देशों पर कार्य कर रहा था। गिरोह का नेतृत्व मुख्य आरोपी मेहकप्रीत सिंह उर्फ रोहित कर रहा था, जो विदेशी हैंडलर्स से सीधे निर्देश प्राप्त कर रहा था।

पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए लिखा, "एक खुफिया ऑपरेशन में, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सीमा पार से हथियारों की तस्करी करने वाले एक संगठित मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और छह व्यक्तियों को छह अत्याधुनिक हथियारों और ₹5.75 लाख हवाला राशि के साथ गिरफ्तार किया। यह गिरोह महकप्रीत सिंह उर्फ ​​रोहित के नेतृत्व में काम कर रहा था, जो सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विदेश स्थित आकाओं से निर्देश प्राप्त कर रहा था। ऑपरेशन के दौरान, जांच के विभिन्न चरणों में कई महत्वपूर्ण बरामदगी की गई। परगट सिंह को शुरुआत में सीमा पार से भेजी गई खेपों से दो हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था।"

डीजीपी ने बताया कि आगे की जांच में अजयबीर सिंह, करणबीर सिंह और श्री राम को अतिरिक्त हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरोह के सरगना महकप्रीत सिंह को गोवा से तीन हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया। हथियारों की तस्करी का पैसा हवाला के जरिए आता था, जिसके लिए दिनेश कुमार को 5.75 लाख रुपए हवाला राशि के साथ गिरफ्तार किया गया। अमृतसर के गेट हकीमा थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आगे की जांच जारी है ताकि आगे और पीछे के संबंधों का पता लगाया जा सके, और और गिरफ्तारियां और बरामदगी की संभावना बनी हुई है।

डीजीपी ने आगे कहा कि पंजाब पुलिस संगठित अपराध और सीमा पार मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ है।

इसी क्रम में, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस को एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। यह सफलता खासकर क्रॉस-बॉर्डर ड्रोन के माध्यम से आ रहे हथियारों और हवाला नेटवर्क को लेकर है। इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और जो विदेशी हैंडलर्स इस पूरे नेटवर्क को नियंत्रित कर रहे थे, उनकी पहचान भी कर ली गई है और उन पर कार्रवाई जारी है।

उन्होंने आगे कहा कि यह संपूर्ण कार्रवाई हमारी जांच प्रक्रिया के तहत हुई है। इस दौरान 6 अत्याधुनिक पिस्तौल और 5 लाख 75 हजार रुपए की हवाला राशि बरामद की गई है। मुझे लगता है कि यह एक बड़ा संगठित अपराध था, जिसे हमने समय रहते रोक दिया। यदि ये हथियार गड़बड़ियों में आ जाते, तो बड़े अपराध की संभावना बन सकती थी। मैं इस सफलता के लिए अपनी पूरी टीम को बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि आगे इस केस से जुड़े हवाला, वित्तीय लेनदेन, हथियार और मादक पदार्थों की भी और बरामदगी हो सकती है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि पंजाब पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अमृतसर में बल्कि पूरे देश में संगठित अपराध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां संगठित अपराध और तस्करी के खिलाफ दृढ़ता से खड़ी हैं।
NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

हथियार तस्करी के गिरोह का मुख्य आरोपी कौन था?
मुख्य आरोपी मेहकप्रीत सिंह उर्फ रोहित था, जो विदेशी हैंडलर्स से निर्देश प्राप्त कर रहा था।
इस कार्रवाई में कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया?
छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कितने हथियार बरामद किए?
छह अत्याधुनिक पिस्तौल बरामद की गई हैं।
हवाला राशि कितनी थी?
पुलिस ने 5.75 लाख रुपए की हवाला राशि बरामद की।
इस कार्रवाई का उद्देश्य क्या था?
इस कार्रवाई का उद्देश्य सीमा पार से हो रही हथियार तस्करी को रोकना था।