क्या अमृतसर मर्डर केस में पुलिस ने बिल्ला को एनकाउंटर में मार गिराया?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस ने राजन उर्फ बिल्ला को मुठभेड़ में मार गिराया।
- मनजीत सिंह की हत्या के मामले में महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
- पुलिस ने अपराधियों की पहचान करने में सफलता पाई।
- मुठभेड़ में पुलिस की कार्रवाई आत्म-रक्षा में थी।
- अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है।
अमृतसर, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने हत्या के आरोपी राजन उर्फ बिल्ला को एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। यह मुठभेड़ सोमवार को बाबा बकाला सबडिवीजन के रया गांव के निकट हुई। पुलिस ने बिल्ला के साथी मनप्रीत उर्फ शम्मी को पकड़ लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि राजन उर्फ बिल्ला भारी हथियारों से लैस था। जब उसने पुलिस को देखा, तो उसने गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस ने आत्म-रक्षा में जवाबी फायरिंग की। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
डीआईजी बॉर्डर रेंज संदीप गोयल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि १६ नवंबर को अमृतसर में एक किराना स्टोर के मालिक मनजीत सिंह की हत्या हुई थी। प्रारंभिक जांच में दो अपराधियों के बारे में जानकारी मिली थी। दोनों अपराधी नकाब पहनकर मोटरसाइकिल पर आए थे और मनजीत सिंह का हत्या कर दिया। पुलिस ने मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया।
उन्होंने कहा कि पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपराधियों की पहचान करना था, क्योंकि उन्होंने हत्या के समय नकाब पहना था। हालांकि, पुलिस ने कड़ी मेहनत से उनकी पहचान की। इसके बाद अपराधियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू की गई।
डीआईजी संदीप गोयल के अनुसार, एक मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी थी कि राजन उर्फ बिल्ला हथियारों से लैस है और नई वारदात को अंजाम देने आया है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने एक जाल बिछाया। नाकेबंदी के दौरान बाइक सवार दो लोगों को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उन्होंने भागने की कोशिश की।
अधिकारी ने बताया कि जब भागने में सफलता नहीं मिली तो अपराधियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में राजन उर्फ बिल्ला को गोली लगी। हालांकि, अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।