क्या पैरोल से भागने वाला हत्यारोपी दिल्ली के आनंद विहार से गिरफ्तार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- आरोपी की गिरफ्तारी ने सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर किया है।
- पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आरोपी को पकड़ा गया।
- कानून में सुधार की आवश्यकता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- आरोपी के खिलाफ कई गंभीर मामलों में चार्जशीट दायर की गई है।
- कानून के प्रति सजग रहना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस ने रविवार को कहा कि पैरोल से फरार 36 वर्षीय एक हत्या के दोषी को दिल्ली के आनंद विहार से पकड़ लिया गया है।
पुलिस ने एक बयान में बताया कि आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के बागपत के सूप गांव निवासी दीपक कुमार उर्फ संजय के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी के पास से एक .32 बोर की आधुनिक पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
विशेष सूचना के आधार पर, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी (आईएससी) की टीम ने 30 सितंबर को एसीपी/आईएससी रमेश लांबा की निगरानी में एक त्वरित और समन्वित अभियान चलाया। इस अभियान में सब इंस्पेक्टर अमित कुमार, संजय कुमार, एएसआई रणधीर, हेड कांस्टेबल सनोज, बृजेश, सुरेंद्र और ललित शामिल थे। इसी अभियान के तहत कुमार को गिरफ्तार किया गया।
टीम ने आनंद विहार बस टर्मिनल पर निगरानी बढ़ाने के बाद आरोपी को पकड़ लिया।
दिल्ली की कई अदालतों ने कुमार को उद्घोषित अपराधी (पीओ) घोषित किया है।
पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जांच के दौरान, हथियारों और गोला-बारूद के स्रोत की तलाश में हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छापे मारे गए।
कुमार हरियाणा के रोहतक के सुखपुरा चौक में हुई एक हत्या के मामले में शामिल था, जिसमें उसे 20 साल कैद की सजा सुनाई गई थी।
जब आरोपी 2023 में पैरोल पर रिहा हुआ, तो वह फरार हो गया और नांगलोई के शिवराज पार्क में रहने लगा। कुमार ने राष्ट्रीय राजधानी में एक शादी भी की थी।
इससे पहले 2015 में, कुमार और उसके साथियों ने सूप गांव की नहर के पास दो लोगों की हत्या कर दी थी। बाद में, 2015 में ही, बाबा हरिदास नगर में हुए झगड़े के बाद कुमार ने अपने जेल साथी सोहनबीर की लोहे की रॉड से हत्या कर दी थी।
आरोपी निहाल विहार पुलिस स्टेशन में वाहन चोरी के मामले में भी शामिल था।
आरोपी दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हत्या (चार), डकैती (दो), आर्म्स एक्ट (दो) और चोरी (एक) सहित कुल नौ मामलों में शामिल था।