क्या करनाल में 9वीं के छात्र ने अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी रची?
सारांश
Key Takeaways
- बच्चों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है।
- झूठी कहानियों का निर्माण गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है।
- पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने छात्र को सुरक्षित लौटाने में मदद की।
करनाल, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। करनाल के घीड़ गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नौवीं कक्षा के छात्र ने अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी बनाई। छात्र ने किसी अन्य के फोन से अपने पिता को कॉल करके उनसे 2 लाख रुपए की फिरौती मांग ली। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने नाबालिग की तलाश शुरू की और उसे जल्दी ही खोज निकाला। जब पूछताछ के दौरान छात्र ने ऐसा करने का कारण बताया तो सब हैरान रह गए।
करनाल के थाना कुंजपुरा के प्रभारी विक्रांत ने बताया कि हमारे पास 16 साल
परिजनों ने बताया कि छात्र बुधवारदोपहर
अध्यापकों ने घर पर सूचना दी कि बच्चा 15 दिनों से स्कूल नहीं आ रहा है। इस पर परिजनों ने बच्चे की तलाश शुरू की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। दोपहर
इस बीच शाम को करीब छह बजे एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने कहा कि लड़का उनके पास है, दो लाख रुपए तैयार रखना। इसके बाद कॉल करने वाले ने फोन काट दिया। परिवार ने मान लिया कि बच्चे का सच में अपहरण हो गया है। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत कुंजपुरा थाना पुलिस से की। पुलिस ने गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी।
थाना प्रभारी ने बताया कि जिस नंबर से कॉल आई थी, उसकी लोकेशन करनाल से ट्रेस हुई। इसके बाद पुलिस ने कुछ ही घंटों में मामले को क्रैक कर करनाल के पास छात्र को खोज निकाला।
पूछताछ में पता चला कि छात्र 15 दिनों से स्कूल नहीं जा रहा था, इस डर से उसने अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी गढ़ ली। बच्चे की सकुशल वापसी के बाद परिजनों ने करनाल पुलिस का धन्यवाद किया।