क्या भाजपा सांसद अनिल बोंडे ने कांग्रेस और राजद पर हमला करते हुए कहा कि राहुल ने हार मान ली है?

सारांश
Key Takeaways
- डॉ. अनिल बोंडे का कांग्रेस और राजद पर हमला।
- राहुल गांधी की हार मानने की मानसिकता।
- भाजपा का जनता पर विश्वास।
- ईवीएम और चुनाव आयोग का मुद्दा।
- जनता की जागरूकता।
अमरावती, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस) - राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. अनिल बोंडे ने बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की 'वोट अधिकार यात्रा' पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने राहुल गांधी को सीधा निशाना बनाते हुए कहा कि राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस और राजद ने मानसिक रूप से पहले से ही हार मान ली है।
डॉ. बोंडे ने कहा, "जनता जानती है कि कांग्रेस और राजद चुनावी मैदान में उतरने से पूर्व ही हार मान चुकी हैं। राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने यह मानसिकता बना ली है कि उन्हें हारना ही है। इस स्थिति में वे अपनी हार का ठीकरा ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और मतदाता सूची पर डालने का काम करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "अब चाहे वे कितनी भी रैलियां और यात्राएं निकाल लें, जनता पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जनता का पूरा विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर है।"
डॉ. बोंडे ने कांग्रेस पर संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस की प्रवृत्ति है कि जब उन्हें चुनाव में हार मिलती है, तो वे अपनी गलतियों को स्वीकार करने के बजाय ईवीएम, चुनाव आयोग और न्यायपालिका जैसी संस्थाओं को बदनाम करने लगते हैं।"
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "जब राहुल गांधी की पार्टी चुनाव जीतती है, तब ईवीएम और वोटर लिस्ट सब ठीक होते हैं। लेकिन जब वे हार जाते हैं, तो अचानक ईवीएम खराब हो जाता है और चुनाव आयोग पर आरोप लगाने लगते हैं।"
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और कांग्रेस की मंशा भारत की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने की है। जब कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में नहीं आता, तब वे न्यायपालिका को भी बदनाम करने लगते हैं।"
डॉ. बोंडे ने कहा कि जनता अब बहुत जागरूक है और वह इन झूठे प्रचारों में नहीं आने वाली। जनता का भरोसा देश के संविधान और प्रधानमंत्री मोदी पर अटूट है।