क्या अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस पर ओम बिरला और किरेन रिजिजू ने बधाई दी?

सारांश
Key Takeaways
- लोकतंत्र की मजबूती के लिए संसद की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- जनप्रतिनिधियों का जनता के प्रति उत्तरदायित्व होना चाहिए।
- अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस पर बधाई देना एकजुटता का प्रतीक है।
- संसद मानवाधिकारों की रक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- इस अवसर पर जन-सेवा और जवाबदेही की प्रतिबद्धता को दोहराना चाहिए।
नई दिल्ली, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। ‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू सहित कई नेताओं ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम इस लोकतांत्रिक यात्रा का हिस्सा बनकर गर्व महसूस करते हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक्स पर लिखा, "‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ पर सभी संसदों और जनप्रतिनिधियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जनता की आकांक्षाओं को व्यक्त करना, सरकारों को जवाबदेह ठहराना और मानवाधिकारों की रक्षा में संसदों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत की संसद केवल विधायी कार्यों की सर्वोच्च संस्था नहीं है, बल्कि यह हमारी लोकतांत्रिक चेतना, विविधता में एकता, और संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था के रूप में भारतीय संसद ने अपनी समृद्ध संवैधानिक परंपराओं, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के सिद्धांतों के माध्यम से राष्ट्र की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता को सदा सुदृढ़ रखा है। इस विशेष अवसर पर हम राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए, लोकतांत्रिक मूल्यों, विधि के शासन और जनता के प्रति संसद की उत्तरदायित्वशीलता को और अधिक मजबूत बनाने का संकल्प दोहराते हैं।"
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ हमें याद दिलाता है कि हर सवाल जो पूछा जाता है, हर जवाब जो दिया जाता है, और हर कानून जो पास होता है, उसमें हमारे लोगों की उम्मीदें जुड़ी होती हैं। गर्व है कि हम इस लोकतांत्रिक यात्रा का हिस्सा हैं, जहां जवाबदेही और जन-आकांक्षाएं साथ चलती हैं।"
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने इस दिवस को जनता की आकांक्षाओं और विश्वास की बुनियाद बताते हुए लिखा, "'अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस' के अवसर पर सभी जनप्रतिनिधियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। यह दिन लोकतंत्र की उस भावना को जीवंत करता है, जिसमें जनता सर्वोपरि होती है और जनहित सबसे बड़ा कर्तव्य। संसदीय प्रणाली न केवल शासन का माध्यम है, बल्कि जनता की आकांक्षाओं और विश्वास की बुनियाद भी है। आइए, इस अवसर पर जन-सेवा, जवाबदेही और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और सशक्त करें।"
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने एक्स पर लिखा, "जन सुलभ और जनसेवा को समर्पित देश और प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों, देवतुल्य जनमानस को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। यह अवसर जनप्रतिनिधियों को उनके जनसरोकारों के प्रति संकल्पबद्ध करता है और लोकतांत्रिक व्यवस्था के केंद्र में विधायी निकायों की सक्रिय एवं सकारात्मक भूमिका का स्मरण दिलाता है।"
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने भी ‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ की बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, "सभी जनप्रतिनिधियों और देश-प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। लोकतंत्र के इस स्तंभ को सशक्त बनाने में आपका योगदान सराहनीय है।"
राजस्थान से भाजपा सांसद सीपी जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "‘अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस’ पर संसदीय कार्य प्रणाली से जुड़े सभी जन सेवकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।"