क्या अनुपम खेर ने कोविड के पुराने दिनों को याद किया और हौसला बढ़ाने वाली कविता साझा की?

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क्या अनुपम खेर ने कोविड के पुराने दिनों को याद किया और हौसला बढ़ाने वाली कविता साझा की?

सारांश

बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता अनुपम खेर ने हाल ही में कोविड के पुराने दिनों को याद करते हुए एक प्रेरणादायक कविता साझा की। उन्होंने बुरे दिनों को भुलाने और उनकी महत्ता को समझाने का प्रयास किया। जानिए उनके अनुभव और उन पंक्तियों का असर।

Key Takeaways

  • अनुपम खेर ने कोविड के अनुभवों को साझा किया।
  • वीडियो में जीवन की चुनौतियों का सामना करने का संदेश है।
  • फैंस की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
  • अनुपम खेर का काम मनोरंजन जगत में महत्वपूर्ण है।
  • वे अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को प्रेरित करते हैं।

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के प्रतिभाशाली अभिनेता अनुपम खेर की सुबहें हमेशा खास होती हैं, क्योंकि वे प्रात:काल ही प्रेरणादायक कोट्स या अपनी रचनाएं साझा करते हैं, जिसके लिए हर कोई उनकी प्रशंसा करने को तत्पर रहता है। हाल ही में उन्होंने कोविड के बीते दिनों को याद किया है, जिसे उन्होंने अच्छे और बुरे दोनों समय के रूप में व्यक्त किया है।

अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें वे जीवन से निराश व्यक्ति को प्रेरित कर रहे हैं। वे वीडियो में कहते हैं, "खुद को इतना भी मत बचाया कर, अगर बारिश हो तो भीग जाया कर, चांद लाकर कोई नहीं देगा, अपने चेहरे से जगमगाया कर... दर्द हीरा है, दर्द मोती है... अपनी आंखों से मत बहाया कर।" यह वीडियो कोविड के समय का है, जिसे अभिनेता ने शुक्रवार को फिर से साझा किया।

कोविड के दिनों को याद करते हुए अनुपम खेर ने लिखा, "मैंने यह वीडियो मई 2020 में बनाया और साझा किया था! जब पूरी दुनिया में कोरोना और लॉकडाउन की स्थिति थी! हम सबने उन दिनों को कितनी जल्दी भुला दिया, जो अच्छे भी थे और बुरे भी! अच्छे इसलिए कि क्यों याद रखें उन बुरे दिनों को! और बुरे इसलिए कि क्यों भूल जाएं उन बुरे दिनों को।"

उनकी कविता को फैंस भी बेहद पसंद कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "वाह सर जी, आपकी पंक्तियां दिल को छू गईं।"

एक अन्य यूजर ने कहा, "क्या बात है, आपकी बातें सुनकर मैं जीवन को बेहतर तरीके से जीने का तरीका सीखता हूं।"

हाल ही में फिल्मफेयर अवार्ड में अनुपम खेर ने काजोल और शाहरुख खान को अपने हाथों से अवार्ड दिया। तीनों ने मंच पर 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' की पुरानी यादें ताजा की। अनुपम खेर ने फिल्म में शाहरुख खान के पिता का किरदार निभाया था और उनकी जोड़ी पर्दे पर बेहद सफल रही थी।

कार्यक्रम की बात करें तो अभिनेता को आखिरी बार 'द सिग्नेचर' और 'तन्वी द ग्रेट' में देखा गया था। 'तन्वी द ग्रेट' उनके लिए खास है, क्योंकि इसका निर्देशन भी अनुपम ने किया है।

Point of View

अनुपम खेर का कोविड के बुरे दिनों को याद करना और उनसे सीखना महत्वपूर्ण है। हम सभी ने उन कठिन परिस्थितियों का सामना किया है और हमें चाहिए कि हम उन अनुभवों से सीखें। यह केवल एक अभिनेता का दृष्टिकोण नहीं है, बल्कि यह एक सच्चाई है जो हमें एकजुट करती है।
NationPress
13/12/2025

Frequently Asked Questions

अनुपम खेर ने कोविड के दौरान क्या किया?
उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए प्रेरणादायक कविताएं लिखीं और वीडियो के माध्यम से लोगों को प्रोत्साहित किया।
क्या अनुपम खेर की कविता को फैंस पसंद कर रहे हैं?
जी हां, उनके द्वारा साझा की गई कविता को फैंस बेहद पसंद कर रहे हैं और वे उनकी पंक्तियों की सराहना कर रहे हैं।
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