क्या अरुणाचल के राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन से शिक्षा और समाज कल्याण पर चर्चा की?
सारांश
Key Takeaways
- राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति को राज्य की प्रगति की जानकारी दी।
- उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया गया।
- राज्य के युवाओं की सक्रियता और उद्यमिता पर चर्चा हुई।
- राज्यपाल ने प्राकृतिक विरासत के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
- उपराष्ट्रपति को अरुणाचल प्रदेश आने का निमंत्रण दिया गया।
इटानगर, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अधिकारियों के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल के.टी. परनाइक (रिटायर्ड) ने बुधवार को उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण क्षेत्रों में हो रही प्रगति की जानकारी प्रदान की।
गवर्नर ने नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति से भेंट की और अरुणाचल प्रदेश के लोगों की शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
बातचीत के दौरान, राज्यपाल ने राज्य के स्थिर और समावेशी विकास का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रस्तुत किया, साथ ही विकसित भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण में सार्थक योगदान देने के लिए अरुणाचल प्रदेश सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास राज्य के स्थानीय और जन-केंद्रित विकसित अरुणाचल के रोडमैप से निर्देशित है। उन्होंने कहा कि फोकस संतुलित विकास, बेहतर कनेक्टिविटी, मानव विकास और समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसरों पर है।
राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति को पूर्वोत्तर राज्यों और विशेषकर अरुणाचल प्रदेश की सुरक्षा स्थितियों के बारे में भी संक्षेप में बताया। लेफ्टिनेंट जनरल परनाइक (रिटायर्ड) ने गर्व से अरुणाचल प्रदेश के युवाओं की जीवंत भावना का उल्लेख किया, जिसमें उद्यमिता में उनकी बढ़ती भागीदारी, कला और संस्कृति के प्रति उनका गहरा सम्मान और राष्ट्रवाद की उनकी मजबूत भावना शामिल है।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी की ऊर्जा, रचनात्मकता और अनुशासन राज्य के परिवर्तन और भविष्य के नेतृत्व के महत्वपूर्ण चालक हैं।
गवर्नर ने उपराष्ट्रपति को 'ऑर्किड्स ऑफ अरुणाचल प्रदेश' की एक कॉपी भेंट की, जो एक सावधानीपूर्वक संकलित, देखने में आकर्षक और व्यापक संदर्भ ग्रंथ है। यह पुस्तक राज्य में पाई जाने वाली ऑर्किड प्रजातियों की असाधारण विविधता को दर्शाती है, जिनमें से कई दुर्लभ, स्थानिक और वैश्विक वनस्पतिक महत्व की हैं, जो अरुणाचल प्रदेश की समृद्ध प्राकृतिक विरासत और संरक्षण तथा पारिस्थितिक प्रबंधन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
गवर्नर ने उपराष्ट्रपति को अरुणाचल प्रदेश आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।