क्या अरुणाचल प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों में मतदान प्रतिशत 57 से अधिक रहा?
सारांश
Key Takeaways
- 57 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
- चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए।
- 40,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती हुई।
- मतगणना 20 दिसंबर को होगी।
- महिला मतदाता की संख्या पुरुषों से अधिक रही।
ईटानगर, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अरुणाचल प्रदेश में सोमवार को आयोजित स्थानीय निकाय चुनावों में 57 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। अधिकारियों के अनुसार, चुनाव पूरी तरह से शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुए।
राज्य के विभिन्न भागों में त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) के साथ-साथ ईटानगर नगर निगम (आईएमसी) और पासीघाट नगर परिषद (पीएमसी) के लिए मतदान किया गया। चुनाव के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि ठंड के कारण सुबह के शुरुआती घंटों में मतदान की गति धीमी रही, लेकिन दिन चढ़ने के साथ मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई। राज्य के किसी भी क्षेत्र से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
मतदाता भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने सोमवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के सचिव तारू तालो ने कहा कि नामसाई और बिचोम जिलों के कुछ ग्राम पंचायत क्षेत्रों में पुनर्मतदान करने के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पंचायत और नगर निकायों के चुनाव बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए हैं, हालांकि आयोग अभी सभी रिपोर्ट संकलित कर रहा है और अंतिम मतदान प्रतिशत बाद में जारी किया जाएगा। पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) चुखु आपा ने भी कहा कि राज्यभर में चुनाव शांतिपूर्ण रहे।
उन्होंने मीडिया से कहा, “कुछ स्थानों पर विभिन्न दलों के समर्थकों के बीच मामूली झड़पों को छोड़कर किसी भी तरह की बड़ी हिंसा की कोई सूचना नहीं है और मतदान सौहार्दपूर्ण माहौल में हुआ।”
चुनाव के सफल संचालन के लिए 40,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों और लगभग 15,000 मतदान कर्मियों की तैनाती की गई थी।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने तवांग जिले के ग्यांगखार मतदान केंद्र पर मतदान किया। इससे पहले, उन्होंने प्रदेशवासियों से पंचायत चुनावों और आईएमसी व पीएमसी के चुनावों में बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की थी।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आपका वोट जमीनी लोकतंत्र को मजबूत करने, सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने और हमारे बच्चों के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”
इस बीच, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पहले ही 58 जिला परिषद सीटें निर्विरोध जीत ली हैं, जबकि नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने एक सीट हासिल की है। आईएमसी में भाजपा के चार उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इसके अलावा, ग्राम पंचायत सीटों के लिए भाजपा के कुल 5,037 उम्मीदवार भी बिना मुकाबले के निर्वाचित घोषित किए जा चुके हैं।
कुल मिलाकर 186 जिला परिषद सीटों के लिए 440 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, आईएमसी के 16 वार्डों के लिए 39 उम्मीदवार और पीएमसी के आठ वार्डों के लिए 21 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में कुल 8,31,648 मतदाता हैं, जिनमें से 7,59,210 पंचायत निकायों और 72,438 नगर निकाय चुनावों के लिए पात्र हैं।
एसईसी के एक अधिकारी के अनुसार, पंचायत चुनावों के लिए 2,171 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जबकि आईएमसी के लिए 67 और पीएमसी के लिए 12 मतदान केंद्र स्थापित किए गए। पंचायत चुनावों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही। नगर निकाय चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का उपयोग किया गया, जबकि पंचायत चुनावों में मतपत्रों से मतदान हुआ। मतगणना 20 दिसंबर को की जाएगी।