क्या अशोक नगर के तुलसी सरोवर में लगेगी 108 फुट की अष्टधातु की हनुमान जी की प्रतिमा?

Click to start listening
क्या अशोक नगर के तुलसी सरोवर में लगेगी 108 फुट की अष्टधातु की हनुमान जी की प्रतिमा?

सारांश

अशोकनगर में 108 फुट की हनुमान जी की अष्टधातु की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह योजना शहर के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। जानिए, इस परियोजना की विशेषताएं और क्या होगा इसके पीछे का उद्देश्य।

Key Takeaways

  • तुलसी सरोवर में 108 फुट की हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना।
  • सौंदर्यीकरण परियोजना में स्थानीय चंदेरी पत्थर का उपयोग।
  • शहर के प्रवेश प्वाइंट्स पर चार थीम द्वार बनाए जाएंगे।
  • परियोजना का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है।
  • यातायात सुधार के लिए विभिन्न उपाय किए जाएंगे।

अशोकनगर 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री एवं गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर के सिटी प्लान की समीक्षा करते हुए कहा कि तुलसी सरोवर में हनुमानजी की 108 फुट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया की अध्यक्षता में गुरुवार को अशोकनगर सिटी प्लान के अंतर्गत प्रमुख विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्यों की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में लगभग 66.45 करोड़ की लागत वाली विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। बैठक में अशोकनगर के जिलाधिकारी, स्थानीय विधायक, नगरपालिका अध्यक्ष, जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी परियोजनाओं का क्रियान्वयन उच्च गुणवत्ता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ किया जाए।

उन्होंने कहा कि अशोकनगर का विकास केवल भौतिक संरचना तक सीमित न रहे, बल्कि यह शहर संस्कृति, पर्यावरण और नागरिक सुविधाओं के संतुलन का उत्कृष्ट उदाहरण बने। बैठक में जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी-अपनी परियोजनाओं की स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा प्राथमिकता वाले कार्यों पर सुझाव साझा किए। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी सौंदर्यीकरण परियोजनाओं में स्थानीय चंदेरी पत्थर का उपयोग किया जाएगा, जिससे क्षेत्र की समृद्ध विरासत का संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित हो सके।

सिंधिया ने बताया कि शहर के प्रवेश प्वाइंट्स पर चार थीम द्वार बनाए जाएंगे, जो अशोकनगर की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को प्रदर्शित करेंगे। इन गेट्स का निर्माण लगभग 6.5 करोड़ की लागत से किया जाएगा।

गुना रोड पर राजराजेश्वर मंदिर थीम गेट, ईसागढ़ रोड पर माता बीजासन कदवाया थीम गेट, विदिशा रोड पर मां जानकी करीला धाम थीम गेट और चंदेरी रोड पर थीम गेट स्थापित किए जाएंगे। बैठक में सुझाव दिए गए कि थीम रोड बनाने के लिए साबरमती और ग्वालियर थीम गेट का उदाहरण लिया जा सकता है।

बैठक में तुलसी सरोवर सौंदर्यीकरण परियोजना पर भी चर्चा हुई, जिसकी अनुमानित लागत 5.98 करोड़ है। इस योजना के तहत बोट क्लब, पार्क निर्माण, लाइटिंग, हॉर्टीकल्चर और पार्किंग जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। तुलसी सरोवर के सौंदर्यीकरण से शहर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यह स्थानीय लोगों के लिए एक आकर्षक मनोरंजन स्थल बनेगा।

इसी परिसर में हनुमान जी की 108 फुट ऊंची अष्टधातु प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी, जिसकी लागत 5 करोड़ है और जिसका निर्माण जनभागीदारी मॉडल पर किया जाएगा। प्रतिमा का आधार ‘अष्ट सिद्धि’ की अवधारणा पर आधारित होगा, जो श्रद्धा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनेगा।

सांसद सिंधिया ने बैठक में यातायात सुधार और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी। 88.32 लाख की लागत से शहर के प्रमुख मार्गों पर रेट्रो-रिफ्लेक्टराइज्ड साइन्स, रोड मार्किंग, रोड मार्कर्स और रंबल स्ट्रिप्स लगाई जाएंगी। नागरिक सुविधा हेतु गोपालगंज में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए चौपाटी बनाई गई है, जबकि पुराने बाजार क्षेत्र में मल्टीलेवल पार्किंग और ऑटो स्टैंड पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की योजना पर कार्य जारी है। जलभराव रोकने के लिए नालों से अस्थायी अतिक्रमण हटाए गए हैं और स्थायी अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं।

राष्ट्र प्रेस

एसएनपी/एमएस

Point of View

बल्कि यह संस्कृति और पर्यावरण के सामंजस्य का प्रतीक भी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही यह पहल नागरिकों की सुविधाओं को बढ़ाने और शहर की पहचान को मजबूत करने में सहायक होगी।
NationPress
13/11/2025

Frequently Asked Questions

हनुमान जी की प्रतिमा की लागत क्या है?
हनुमान जी की 108 फुट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा की लागत लगभग 5 करोड़ रुपये है।
तुलसी सरोवर सौंदर्यीकरण परियोजना का उद्देश्य क्या है?
इस परियोजना का उद्देश्य शहर में पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय लोगों के लिए एक आकर्षक मनोरंजन स्थल बनाना है।
इस परियोजना में स्थानीय सामग्री का उपयोग क्यों किया जाएगा?
स्थानीय चंदेरी पत्थर का उपयोग क्षेत्र की समृद्ध विरासत का संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।
बैठक में किन-किन अधिकारियों ने भाग लिया?
बैठक में अशोकनगर जिलाधिकारी, स्थानीय विधायक, नगरपालिका अध्यक्ष और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
शहर में यातायात सुधार के लिए क्या योजनाएँ हैं?
यातायात सुधार के लिए 88.32 लाख की लागत से रेट्रो-रिफ्लेक्टराइज्ड साइन्स, रोड मार्किंग, और रंबल स्ट्रिप्स लगाई जाएंगी।