क्या असम में कोकराझार में राज्य का तीसरा उच्च प्रदर्शन खेल प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र खोला गया?

सारांश
Key Takeaways
- कोकराझार में उच्च प्रदर्शन खेल प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन हुआ।
- केंद्र का उद्देश्य उभरते एथलीटों को अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान करना है।
- इस पहल का महत्व असम के खेल क्षेत्र में पहचान बनाने में है।
कोकराझार, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। असम में खेल अवसंरचना को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य के तीसरे उच्च प्रदर्शन खेल प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र कोकराझार में स्थापित किया गया है।
नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) और ऑयल इंडिया लिमिटेड की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) योजना के अंतर्गत 28 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित, यह केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसका मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण एवं पुनर्वास सहायता प्रदान करना है।
इस नई सुविधा से बोडोलैंड और निचले असम के उभरते एथलीटों को लाभ मिलने की उम्मीद है। नए केंद्र के माध्यम से उन्हें पेशेवर निगरानी में आधुनिक शारीरिक प्रशिक्षण, चोट प्रबंधन और रिकवरी कार्यक्रमों की सुविधाएँ प्राप्त होंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने इस अवसर पर कहा कि यह केंद्र क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं की पहचान और विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे अंततः असम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद मिलेगी।
यह पहल राज्यभर में खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री ने खेल प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा करते हुए लिखा, "यह अत्याधुनिक उच्च प्रदर्शन खेल प्रशिक्षण एवं पुनर्वास सुविधा अब कोकराझार में उपलब्ध है। मैंने इस केंद्र को क्षेत्र के एथलीटों के लिए समर्पित किया है, जिन्हें अब डेटा-समर्थित और वैज्ञानिक रूप से तैयार की गई प्रशिक्षण सुविधाओं का लाभ मिलेगा।"
उद्घाटन समारोह में बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) के प्रमुख प्रमोद बोरो, असम की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री नंदिता गोरलोसा, मंत्री यूजी ब्रह्मा और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। ये सभी व्यक्ति भारत में खेल विज्ञान और एथलीट विकास को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के लिए जाने जाते हैं।