क्या असम राइफल्स ने मणिपुर में एक बड़ा ड्रग रैकेट पकड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- असम राइफल्स ने एक बड़ा ड्रग रैकेट पकड़ा।
- 1.60 लाख मेथैम्फेटामाइन की गोलियां जब्त की गईं।
- एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया गया।
- यह कार्रवाई जिरीबाम जिले में की गई।
- यह घटना मणिपुर में नशे के कारोबार की गंभीरता को दर्शाती है।
इंफाल, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम राइफल्स ने मणिपुर में एक विशाल ड्रग खेप का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 40 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की मेथैम्फेटामाइन की गोलियां बरामद की गईं हैं। इस ऑपरेशन में एक ड्रग तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूचनाओं के आधार पर असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर गुरुवार को जिरीबाम जिले में संयुक्त मादक पदार्थ विरोधी अभियान चलाया।
इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक ट्रक से 1.60 लाख मेथैम्फेटामाइन की गोलियां बरामद कीं, जिन्हें याबा टैबलेट भी कहा जाता है।
असम राइफल्स ने एक बयान में कहा कि जब्त की गई सामग्री, गिरफ्तार व्यक्ति और ट्रक को आगे की जांच के लिए जिरीबाम पुलिस को सौंप दिया गया है।
एक अन्य अभियान में, मणिपुर पुलिस ने एक और नशीले पदार्थ तस्कर को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान मोहम्मद मुस्तकीम के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी इम्फाल पूर्वी जिले के मन्त्रीपुखरी का निवासी है।
आरोपी के पास से लगभग 310 ग्राम हेरोइन और एक मारुति स्विफ्ट कार बरामद कर जब्त की गई।
वहीं, तीसरे अभियान में सुरक्षा बलों ने संयुक्त कार्रवाई में प्रतिबंधित कांगलेई यवोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) उग्रवादी संगठन से जुड़े एक सक्रिय सदस्य सलाम श्याम सिंह (44) को इम्फाल पश्चिमी जिले के केइशमपत लीमाजाम लेइकाई में एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया।
इस बीच एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब्त की गई 1.60 लाख मेथम्फेटामाइन की गोलियां भारत में प्रतिबंधित हैं और संदेह है कि इनको म्यांमार से तस्करी करके लाया गया है।
म्यांमार का चिन राज्य मिजोरम के छह जिलों, चम्फाई, सियाहा, लॉंग्टलाई, हनथियाल, सैतुअल और सेरछिप के माध्यम से नशीले पदार्थों, दुर्लभ वन्यजीवों और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। ये जिले पड़ोसी देश म्यांमार के साथ 510 किलोमीटर लंबी खुली सीमा साझा करते हैं।
जबकि मणिपुर में पांच जिले- चुराचंदपुर, तेंगनुपाल, चंदेल, कामजोंग और उखरुल- म्यांमार के साथ 398 किलोमीटर लंबी बिना बाड़ वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं।