क्या वाराणसी की अविनाशी नगरी में शिव और शक्ति साथ विराजमान हैं?

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क्या वाराणसी की अविनाशी नगरी में शिव और शक्ति साथ विराजमान हैं?

सारांश

वाराणसी, एक ऐसा शहर है जहां भगवान शिव और शक्ति माता का अद्भुत संगम है। यह स्थान धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है, जहां श्रद्धालु अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति पाते हैं। जानिए काशी विश्वनाथ मंदिर के रहस्यमय स्वरूप और उसमें छिपे अद्भुत रहस्यों के बारे में।

Key Takeaways

  • काशी का अद्वितीय धार्मिक महत्व।
  • बाबा विश्वनाथ का शिवलिंग शक्ति और शिव का संगम।
  • विशेश्वर खंड का महत्व और त्रिशूल का हृदय।
  • श्रद्धालुओं के लिए समस्याओं से मुक्ति का स्थान।
  • काशी की दिव्य महिमा और विश्वास की गहराई।

वाराणसी, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित काशी अपनी अद्वितीय छवि और अद्भुत धार्मिक महत्व के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह शहर न केवल हिंदू धर्म के अनुयायियों, संतों और नागा साधुओं का आस्था का मुख्य केंद्र है, बल्कि यहां स्थित बाबा विश्वनाथ मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक प्रमुख स्थान रखता है।

काशी में विराजमान बाबा विश्वनाथ की अनोखी महिमा और उनके मंदिर से जुड़े रहस्य आज भी कई लोगों के लिए रहस्य बने हुए हैं। यही कारण है कि वाराणसी को विश्व का नाथ कहा जाता है।

काशी विश्वनाथ का मंदिर केवल स्थापत्य और धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि इसके मुख्य शिखर पर स्थापित श्रीयंत्र इसे तांत्रिक सिद्धियों और शक्ति केंद्रों में विशेष बनाता है। श्रीयंत्र को शक्ति और लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, और इसी कारण से इस स्थान को अत्यधिक चमत्कारिक माना जाता है।

बाबा विश्वनाथ का शिवलिंग भी अद्वितीय है। इसे ऐसा माना जाता है, जिसमें एक भाग में शिव और दूसरे भाग में शक्ति (मां पार्वती) विराजमान हैं। शास्त्रों के अनुसार, दाहिने हिस्से में शक्ति स्वरूपा मां पार्वती और बाएं हिस्से में भगवान शिव विराजमान हैं। यही कारण है कि इस मंदिर के दर्शन से श्रद्धालु अपने पापों से मुक्ति पाते हैं और जीवन में आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

काशी नगर तीन खंडों में विभाजित है: केदार, विशेश्वर और ओमकलेश्वर। विशेश्वर खंड, जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर स्थित है, त्रिशूल के मध्य नोक पर स्थित है। इसे त्रिशूल का हृदय कहा जाता है और यही कारण है कि काशी और बाबा विश्वनाथ की नगरी को अविनाशी माना जाता है।

धार्मिक मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालु अपने जीवन की कठिनाइयों और समस्याओं से मुक्त हो जाते हैं। कहा जाता है कि यह नगरी अपने भक्तों पर किसी प्रकार की विपत्ति नहीं आने देती।

श्रद्धालुओं के लिए यह स्थान जीवन में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक बल का स्रोत है। काशी की यह दिव्य महिमा सदियों से लोगों के दिलों में विश्वास और भक्ति की गहरी जड़ें बनाये हुए है।

Point of View

वाराणसी की यह नगरी न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत करती है। यहां की धार्मिक मान्यता और आस्था ने सदियों से समाज को एकजुट किया है।
NationPress
12/10/2025

Frequently Asked Questions

काशी विश्वनाथ मंदिर क्यों प्रसिद्ध है?
काशी विश्वनाथ मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख स्थान रखता है और इसे भगवान शिव का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है।
क्या दर्शन से पापों से मुक्ति मिलती है?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, बाबा विश्वनाथ के दर्शन से श्रद्धालु अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करते हैं।
काशी में कौन-कौन से खंड हैं?
काशी नगर के तीन प्रमुख खंड हैं: केदार, विशेश्वर और ओमकलेश्वर।