क्या जीतन राम मांझी ने सीट शेयरिंग पर आलाकमान का फैसला स्वीकार किया?

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क्या जीतन राम मांझी ने सीट शेयरिंग पर आलाकमान का फैसला स्वीकार किया?

सारांश

बिहार में एनडीए के सीट बंटवारे की स्थिति अब स्पष्ट हो गई है। भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि लोजपा (रामविलास) को 29 और हम को 6 सीटें मिली हैं। जीतन राम मांझी ने आलाकमान के फैसले को स्वीकार किया है। क्या यह बिहार की राजनीति में नया मोड़ लाएगा?

Key Takeaways

  • भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
  • लोजपा (रामविलास) को 29 और हम को 6 सीटें मिली हैं।
  • जीतन राम मांझी ने आलाकमान के फैसले को स्वीकार किया।
  • एनडीए की वापसी के लिए सभी दल एकजुट हैं।
  • 14 नवंबर को एनडीए सरकार बनाने का दावा किया गया है।

पटना, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे की स्थिति स्पष्ट हो गई है। एनडीए के अनुसार, भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर विधानसभा चुनाव में भाग लेंगे, जबकि सहयोगी दल लोजपा (रामविलास) को 29 सीटें और आरएलएम एवं हम को 6-6 सीटें दी गई हैं।

बिहार चुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को छह सीटें मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, "संसद में हमें केवल एक सीट दी गई थी, क्या हम नाराज थे? अगर हमें छह सीटें मिली हैं तो यह आलाकमान का फैसला है। हम इसे स्वीकार करते हैं और हमें कोई शिकायत नहीं है।"

इस बीच, एनडीए में शांतिपूर्ण तरीके से सीट बंटवारे पर भाजपा प्रवक्ता पंकज सिंह ने कहा कि एनडीए तैयार है। 14 नवंबर को एक बार फिर से एनडीए सरकार बनेगी। एनडीए के साथी दलों ने बिहार के लिए सकारात्मक परिणाम के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित किया है, न केवल सरकार चलाने के लिए बल्कि जनता की सेवा के लिए। बिहार को नीतीश कुमार और एनडीए ने जंगल राज से मुक्त किया था, और हम पुनः प्रयास करेंगे कि बिहार अपनी ऊंचाई को छुए।

दिल्ली और पटना में सीट बंटवारे को लेकर कई बैठकें हुईं, इसके बाद सीट शेयरिंग पर मुहर लगी।

भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी घोषणा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "एनडीए के साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूर्ण किया है। जदयू 101, भाजपा 101, लोजपा (रामविलास) 29, राष्ट्रीय लोक मोर्चा 6 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 6।"

उन्होंने आगे लिखा, "एनडीए के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता इसका हर्ष के साथ स्वागत करते हैं और नीतीश कुमार को प्रचंड बहुमत के साथ फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्पित एवं एकजुट हैं। बिहार तैयार है, फिर से एनडीए सरकार।"

Point of View

बल्कि राज्य की राजनीतिक स्थिरता को भी सुनिश्चित करेगा। सभी दलों का एकजुट होना दर्शाता है कि वे बिहार की जनता के प्रति गंभीर हैं।
NationPress
12/10/2025

Frequently Asked Questions

एनडीए में सीट बंटवारे की प्रक्रिया कौन सी थी?
एनडीए में सीट बंटवारे की प्रक्रिया कई बैठकों के बाद पूरी हुई, जिसमें सभी दलों ने सहमति बनाई।
जीतन राम मांझी ने सीटों को लेकर क्या कहा?
जीतन राम मांझी ने कहा कि हमें मिली सीटें आलाकमान का फैसला हैं, और उन्होंने इसे स्वीकार किया।
एनडीए के साथी दल कौन-कौन से हैं?
एनडीए में भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा शामिल हैं।