क्या बाबरी मस्जिद के नाम पर हिंदुओं पर हमले होंगे? जिम्मेदार होगी पश्चिम बंगाल सरकार: विनोद बंसल
सारांश
Key Takeaways
- बाबरी मस्जिद के नाम पर हमलों की चेतावनी
- टीएमसी विधायक के बयान का प्रभाव
- राज्य सरकार की जिम्मेदारी
- हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमले
- सांप्रदायिक तनाव की आशंका
कोलकाता, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंदू समुदाय पर हमलों और तनाव की आशंका को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिले में हाल ही में एक स्थानीय टीएमसी विधायक के बयान के बाद फिर से सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
बंसल ने चेतावनी दी कि अगर बाबरी मस्जिद के नाम पर कहीं भी हिंदुओं पर हमले होते हैं तो इसकी जिम्मेदारी सीधा विधायक हुमायूं कबीर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य प्रशासन की होगी। उन्होंने यह जानकारी आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से साझा की।
बंसल ने बताया कि पिछले नौ महीनों में मुर्शिदाबाद में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर गंभीर अत्याचार और हमले हुए हैं, जिनकी छाया अब भी बनी हुई है। ऐसे में बाबरी मुद्दे का सहारा लेकर फिर से हिंसा भड़काने की कोशिश बेहद चिंताजनक है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह से विधायक बयान दे रहे हैं, उससे यह स्पष्ट होता है कि वे अपने 'वोट बैंक' के लिए क्षेत्र में तनाव फैलाने की राजनीति कर रहे हैं। विनोद बंसल ने हुमायूं कबीर पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वे 2019 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए राम जन्मभूमि मामले के सर्वसम्मत फैसले का अपमान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश की अदालत, इतिहास और जनभावना तीनों ही इस फैसले को अंतिम सत्य मानते हैं, लेकिन बाबरी मस्जिद को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।
बंसल ने यह भी कहा कि बंगाल में पहले से ही बांग्लादेशी घुसपैठ और कट्टरपंथी तत्वों के कारण हिंदू समुदाय दबाव में है। ऐसे में बाबरी के बहाने फैलाया जा रहा जहर कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अगर सच में कानून का सम्मान करती है तो संबंधित विधायक के खिलाफ तुरंत कठोर कदम उठाए।
उन्होंने आगे कहा कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था किसी राजनीतिक प्रयोग का हिस्सा नहीं है कि कोई नेता तुष्टिकरण की राजनीति के लिए इसका उपयोग करे। बंसल ने चेतावनी दी कि अगर बंगाल या देश के किसी हिस्से में बाबरी मुद्दे के नाम पर हिंसा या उपद्रव होता है, तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर होगी।
उन्होंने केंद्र सरकार और राज्यपाल से भी अनुरोध किया कि वे ऐसे हालात पर समय रहते कठोरता दिखाएं ताकि उपद्रवी मानसिकता को बढ़ावा न मिले और क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था कायम रहे।