क्या बहराइच में अवैध मदरसे पर छापेमारी से 40 लड़कियां मिलीं?

सारांश
Key Takeaways
- बहराइच में 40 लड़कियां बाथरूम में छिपी पाई गईं।
- अवैध मदरसे पर छापेमारी की गई।
- मदरसों के संचालक के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला।
- लड़कियों को उनके परिजनों को सौंपने का आदेश दिया गया।
- फंडिंग के स्रोत की जांच की जा रही है।
बहराइच, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में अवैध मदरसों का संचालन एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। बहराइच जिले की पयागपुर तहसील में एक अवैध मदरसे से ४० लड़कियां बरामद हुई हैं। एसडीएम ने पुलिस के साथ मिलकर पट्टीहाट चौराहे के पास स्थित इस मदरसे पर छापेमारी की। इस दौरान, ४० लड़कियां मदरसे के बाथरूम में छिपी हुई पाई गईं।
एसडीएम अश्वनी पांडे ने जानकारी दी कि जब उनकी टीम वहां पहुंची, तो मदरसा संचालक ने गेट खोलने से इनकार कर दिया। इसके बाद, एसडीएम ने पयागपुर थाने से पुलिस बल को बुलवाया और मदरसे में प्रवेश कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान, मदरसा संचालक के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला। पुलिस टीम ने बाथरूम से लड़कियों को बाहर निकाला और उनसे पूछताछ की। लड़कियों ने बताया कि वे तालीम हासिल करने के लिए मदरसे में आती हैं। इस पर सवाल उठता है कि देर शाम लड़कियों को मदरसे में क्यों रखा जाता था।
फिलहाल, उप जिलाधिकारी और पयागपुर पुलिस की टीम ने प्रारंभिक जांच के बाद मामले की जानकारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और जिलाधिकारी को दे दी है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी खालिद ने बताया कि मदरसे में पाई गई लड़कियों को उनके परिजनों को सौंपने का आदेश जारी कर दिया गया है। वैध दस्तावेज के अभाव में मदरसे को बंद करने का आदेश भी दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि मदरसे में फंडिंग के स्रोत की जांच की जा रही है, और आरोप है कि इसमें बड़े पैमाने पर बाहरी फंडिंग की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, भारत-नेपाल सीमा से सटे जनपदों में अवैध मदरसों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।