क्या रामेश्वर शर्मा ने आरएसएस प्रचारक के साथ मारपीट की निंदा की?

सारांश
Key Takeaways
- रामेश्वर शर्मा ने घटना की निंदा की है।
- बैतूल में सांप्रदायिक तनाव बढ़ा है।
- पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है।
- गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है।
- शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
भोपाल/बैतूल, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के जिला प्रचारक शिशुपाल यादव के साथ हुई मारपीट को भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने दंगा कराने की साजिश बताया।
रामेश्वर शर्मा ने शुक्रवार को बैतूल में संघ प्रचारक के साथ हुई इस घटना की निंदा करते हुए राष्ट्र प्रेस से कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कुछ युवकों ने जानबूझकर यह षड्यंत्र रचा है और वे बैतूल में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाना चाहते थे। ऐसे अपराधियों के खिलाफ सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने धर्म गुरुओं से अपील की कि वे इस तरह के असामाजिक तत्वों को सही राह दिखाएं, अन्यथा पुलिस का डंडा उन्हें सिखा देगा।
गुरुवार की शाम को मुलताई नगर में संघ के प्रचारक यादव का कुछ लोगों से विवाद हुआ था और उनकी मारपीट की गई थी। इस मामले में पांच युवकों की गिरफ्तारी भी हुई है। संघ प्रचारक के साथ मारपीट की जानकारी मिलते ही दो समुदायों के लोग सड़कों पर उतर आए और माहौल तनावपूर्ण हो गया। गांधी चैक, बस स्टैंड और मुख्य बाजार क्षेत्र में नारेबाजी और दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति भी बनी। स्थिति बिगड़ते देख प्रशासन ने तुरंत मोर्चा संभाला।
पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने बताया कि घटना में शामिल पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। शेष आरोपियों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी। घटना में लापरवाहीदेवकरण डेहरिया को हटा दिया गया है। वहीं दो अन्य पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांतिअफवाहों पर ध्यान न दें। मुलताई नगर में आरएसएस के जिला प्रचारक के साथ हुए विवाद के बाद बनी स्थिति को देखते हुए कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से भारतीय नागरिक संहिता की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए हैं। इस आदेश के लागू होने के बाद किसी भी प्रकार की सभा, धरना, प्रदर्शन, जुलूस, रैली या सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन बिना अनुमति नहीं किया जा सकेगा।