क्या ओडिशा में खड़े ट्रक से टकराई बस ने दो लोगों की जान ले ली?
सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं।
- यातायात नियमों का पालन करना आवश्यक है।
- सड़क किनारे खड़े वाहनों से सावधान रहें।
- घायलों की त्वरित चिकित्सा सहायता महत्वपूर्ण है।
- दुर्घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
बालासोर, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के बालासोर जिले में बुधवार की सुबह एनएच-60 पर एक गंभीर सड़क दुर्घटना घटित हुई, जिसमें दो व्यक्तियों की जान गई और नौ से अधिक यात्री घायल हो गए। यह हादसा लक्ष्मणनाथ टोल प्लाजा के निकट हुआ, जब एक यात्री बस, जो धान से भरे ट्रक से टकरा गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ट्रक तकनीकी खराबी के चलते लक्ष्मणनाथ चेक गेट के पास सड़क किनारे खड़ा था। उसी समय भुवनेश्वर से कोलकाता की ओर जा रही 'डॉल्फिन' नामक यात्री बस तेज गति में ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भयंकर थी कि बस का आगे का हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया और वहां चीख-पुकार मच गई।
इस दुर्घटना में बस का हेल्पर नरसिंहा खटुआ मौके पर ही जान गंवा बैठा। वहीं, बस चालक शेख अब्दुल को गंभीर स्थिति में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया। इस घटना में नौ से अधिक यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को त्वरित रूप से जलेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बालासोर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह दुर्घटना सुबह-सुबह हुई, जब बस तेज गति से कोलकाता की ओर बढ़ रही थी। बस में उस समय 50 से अधिक यात्री सवार थे, जो पश्चिम बंगाल जा रहे थे। हादसे का मुख्य कारण बस का समय पर नियंत्रण न कर पाना बताया जा रहा है।
टक्कर के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया। कुछ ही समय में जलेश्वर पुलिस वहां पहुंच गई और राहत कार्य शुरू किया। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और क्षतिग्रस्त बस को सड़क से हटा कर यातायात को बहाल किया।
पुलिस का कहना है कि दुर्घटना के कारणों की जांच चल रही है। प्रारंभिक जांच में यह माना जा रहा है कि यह हादसा बस की तेज गति और ट्रक के बिना चेतावनी संकेत के सड़क किनारे खड़े रहने की वजह से हुआ।