क्या बरेली में विवाद से किसी को फायदा होगा? राशिद अल्वी ने उठाया सवाल

सारांश
Key Takeaways
- बरेली में विवाद धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है।
- राशिद अल्वी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की गई है।
- भाजपा आगामी चुनावों में इसका लाभ उठा सकती है।
- यह विवाद अन्य क्षेत्रों में भी फैल सकता है।
नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। 'आई लव मुहम्मद' को लेकर बरेली में उत्पन्न विवाद के संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि बरेली में जो कुछ भी घटित हुआ, उसके पीछे एक बड़ी साजिश है और उनका मानना है कि इस मामले में भाजपा का हाथ है। उन्होंने बरेली विवाद की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि 'आई लव मुहम्मद' पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन बरेली की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि उत्तर प्रदेश में इस मुद्दे पर जो कुछ हो रहा है, उसका राजनीतिक लाभ कौन उठाएगा?
अल्वी ने कानून के मूल सिद्धांत का उल्लेख करते हुए कहा कि चाहे वह कोई अपराध हो या राजनीतिक आंदोलन, जिसका फायदा होता है, वही इसके पीछे होता है। बरेली में हुई घटना के पीछे निश्चित रूप से एक बड़ी साजिश है और भाजपा इसमें शामिल है।
भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा पूरे यूपी में हालात को खराब करना चाहती है, क्योंकि 2027 में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। अल्वी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि बरेली में इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित कैसे हुए? क्या इंटेलिजेंस को इसकी सूचना नहीं थी? क्या पुलिस को पहले से जानकारी नहीं थी?
उन्होंने कहा कि पहले भीड़ को इकट्ठा होने दिया जाता है, फिर निर्दोष लोगों पर बर्बरतामासूम होते हैं।
अल्वी ने कहा कि मैं दुआ करता हूं कि यह यूपी के अन्य हिस्सों में न फैले, लेकिन भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान पर अल्वी ने केंद्र सरकार को जवाब देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जब प्रश्न उठता है, तो वे कहते हैं कि हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस आ गए, लेकिन सच्चाई क्या है, यह भारत सरकार को बताना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चीन-पाकिस्तान के साथ खड़ा था, सऊदी अरब ने पाकिस्तान के साथ डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट किया है, अमेरिकी राष्ट्रपति पाकिस्तान के आर्मी चीफ को साथ में खाना खिलाते हैं। हमारी विदेश नीति पूरी तरह से विफल हो चुकी है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को विदेश नीति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, और दुनिया में भारत की छवि को बेहतर बनाना चाहिए। इसके लिए एक सक्षम विदेश मंत्री होना आवश्यक है।