क्या बवाना मर्डर केस में नंदू गैंग शामिल है?

सारांश
Key Takeaways
- दीपक की हत्या से जुड़ा नंदू गैंग का नाम।
- पुलिस की प्रारंभिक जांच में गैंगवॉर की आशंका।
- दीपक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।
- हत्याकांड के समय दीपक अपनी बेटी के साथ था।
- बवाना इलाके में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल।
नई दिल्ली, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के बवाना इलाके में हुए दीपक हत्याकांड में नंदू गैंग का नाम सामने आया है। पुलिस ने प्रारंभ से ही इस घटनाक्रम में गैंगवॉर की आशंका जताई थी। पुलिस को संदेह है कि इस हत्याकांड में विदेश में बैठा कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू शामिल है।
पश्चिम विहार में पिछले अप्रैल में भी मंजीत महाल के करीबी प्रॉपर्टी डीलर राजकुमार दराल की हत्या हुई थी, जिसमें भी नंदू गैंग का नाम उभरा था। तब से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच इस गैंगवॉर पर कड़ी नज़र रख रही है।
दीपक, जो गैंगस्टर मंजीत महाल का भांजा था, के हत्याकांड में नंदू गैंग का हाथ हो सकता है।
पुलिस ने जानकारी दी है कि शुक्रवार को बवाना इलाके में सुबह लगभग 8 बजे दीपक अपनी बेटी के साथ मॉर्निंग वॉक पर था। हमले के समय दीपक के माता-पिता पीछे चल रहे थे। इसी दौरान बाइक पर आए दो हमलावरों ने दीपक पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। दीपक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी बेटी के हाथ में गोली लग गई।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि हमलावर दीपक को गोली मारने के लिए आगे बढ़े थे, लेकिन थोड़ी दूरी पर लौटकर आए और फिर से दीपक पर गोलियां चलाईं। पुलिस के अनुसार, दीपक के शरीर पर 7-8 घाव हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगा कि कितनी गोलियां मारी गईं।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि दीपक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। वह बीटेक की पढ़ाई के बाद ट्रेडिंग के व्यवसाय में सक्रिय था और अपने परिवार के साथ नांगल ठाकरान गांव में निवास करता था। वह रोज की तरह शुक्रवार को भी परिवार के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकला था।