क्या बंगाल सरकार ने महिला क्रिकेटर ऋचा घोष को डीएसपी नियुक्त किया?
सारांश
Key Takeaways
- ऋचा घोष को डीएसपी नियुक्त किया गया है।
- बंग भूषण पुरस्कार से सम्मानित।
- मुख्यमंत्री ने उन्हें सुनहरा बल्ला और गेंद दी।
- सौरव गांगुली ने उनकी प्रशंसा की।
- महिला क्रिकेट को मिली नई पहचान।
कोलकाता, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार को महिला विश्व कप विजेता भारतीय टीम की विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋचा घोष को राज्य पुलिस में उप-अधीक्षक (डीएसपी) नियुक्त किया। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में घोष के सम्मान में आयोजित एक रंगारंग कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा।
घोष को राज्य सरकार द्वारा बंग भूषण पुरस्कार से भी नवाजा गया। मुख्यमंत्री ने बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) की ओर से उन्हें एक सुनहरा बल्ला और एक सुनहरी गेंद भी भेंट की। सीएबी ने उन्हें 34 लाख रुपये का चेक भी दिया। इस अवसर पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि घोष ने महिला विश्व कप के फाइनल में 34 रन बनाए थे, इसलिए उन्हें 34 लाख रुपये का चेक दिया गया था।
गांगुली ने कहा कि छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते समय ऋचा का काम सबसे कठिन था क्योंकि उन्हें कम गेंदें खेलने को मिलती थीं। फिर भी, उन्होंने कुशलता से खेलते हुए बड़ा अंतर पैदा किया।
मुख्यमंत्री और गांगुली ने एक सुर में कहा कि एक दिन ऋचा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तानी करेंगी।
टूर्नामेंट के लिए अपनी तैयारी के अनुभव साझा करते हुए घोष ने कहा कि अभ्यास के दौरान मैं हमेशा एक लक्ष्य निर्धारित करती हूँ। इससे मुझे मदद मिलती है। मुझे कठिन परिस्थितियों में खेलना और चुनौतियों का सामना करना अच्छा लगता है। मैं अपनी टीम की जीत में योगदान देना चाहती हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक दिन सौरव गांगुली को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का प्रमुख बनते देखना चाहेंगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गांगुली इतने सालों तक भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे हैं और क्रिकेट प्रशासन को भी बखूबी संभाला है। उन्हें आईसीसी का अध्यक्ष होना चाहिए था और मुझे विश्वास है कि वह एक दिन उस पद पर होंगे। कोई भी उन्हें रोक नहीं सकेगा।