क्या भाजपा का संगठनात्मक अभियान ‘वंदे मातरम’ पर उत्सव और मतदाता जागरण की दिशा में है?

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क्या भाजपा का संगठनात्मक अभियान ‘वंदे मातरम’ पर उत्सव और मतदाता जागरण की दिशा में है?

सारांश

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक अभियान के तहत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ा रही है। यह अभियान न केवल एक जनआंदोलन का प्रतीक है, बल्कि मतदाता जागरूकता को भी बढ़ावा देता है। जानें, कैसे भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की योजना बना रही है।

Key Takeaways

  • भाजपा का अभियान ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष मनाने की दिशा में है।
  • मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
  • कार्यकर्ताओं को सक्रिय रहने की अपील की गई है।

लखनऊ, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को आत्मनिर्भर भारत अभियान, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर पार्टी द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों, भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने पर ७ नवंबर को होने वाले आयोजनों की तैयारियों और एसआईआर अभियान पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए आगामी कार्ययोजना तैयार की।

बैठक दो चरणों में आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी और विभिन्न अभियानों के संयोजक शामिल हुए। प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने संचालन किया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केवल एक राजनीतिक संगठन नहीं है, बल्कि सेवा, समर्पण और राष्ट्र निर्माण का आंदोलन है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रहा है। यह अभियान केवल पहल नहीं है, बल्कि भारत के आत्मसम्मान और स्वावलंबन का प्रतीक है। आगामी ७ नवंबर को राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने पर पार्टी प्रदेशव्यापी कार्यक्रम आयोजित करेगी।

चौधरी ने कहा, “वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं है, यह राष्ट्र की आत्मा है, जिसने आजादी की लड़ाई में करोड़ों देशवासियों में देशभक्ति का संचार किया था। आज फिर वही भाव जागृत करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।”

चौधरी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता हर पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए सक्रिय रहें। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र की मजबूती मतदाता की सक्रियता में है। भाजपा कार्यकर्ता लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदारी सुनिश्चित करें।”

प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि भाजपा का संगठन अपनी सुदृढ़ संरचना और अनुशासन के लिए जाना जाता है। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में कर्तव्यनिष्ठ और परिणामोन्मुखी कार्यशैली अपनाएं। उन्होंने बताया कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भाजपा ७ नवंबर से प्रदेशभर में ‘वंदे भारत अभियान’ चलाएगी। इसके तहत १८ स्थानों पर एक साथ कार्यक्रम आयोजित होंगे। अभियान का प्रदेश संयोजक प्रदेश उपाध्यक्ष त्रयम्बक त्रिपाठी को बनाया गया है।

उन्होंने एसआईआर को लोकतंत्र की नींव बताते हुए कहा कि यह केवल निर्वाचन प्रक्रिया नहीं है, बल्कि जनजागरूकता और जनसंवाद का अभियान है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे नए मतदाताओं, विशेषकर १८ वर्ष पूर्ण कर चुके युवाओं को वोटर लिस्ट में शामिल कराने में सक्रिय भूमिका निभाएं।

उन्होंने कहा कि बूथ समितियां यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र मतदाता सूची में नाम से वंचित न रह जाए। इसके साथ ही जो लोग किसी अन्य स्थान से आकर बस गए हैं, उनके नाम पुराने स्थान से हटवाकर नए बूथ पर दर्ज कराए जाएं।

धर्मपाल सिंह ने कहा, “यह अभियान केवल मतदाता सूची तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पीएम मोदी-सीएम योगी सरकारों की उपलब्धियों और जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का अवसर भी बनेगा।” इस दौरान 'आत्मनिर्भर भारत अभियान', सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर होने वाले आयोजनों और अन्य अभियानों की तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। तय किया गया कि इन अभियानों के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को पार्टी की विचारधारा से जोड़ते हुए संगठनात्मक गतिविधियों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

Point of View

बल्कि यह जनसाधारण को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इस तरह के अभियानों से देश में लोकतंत्र की नींव मजबूत होती है।
NationPress
01/11/2025

Frequently Asked Questions

भाजपा का ‘वंदे मातरम’ अभियान क्या है?
यह अभियान ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष मनाने और मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए है।
इस अभियान का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य देशभक्ति की भावना को जागृत करना और मतदाता सूची में सभी पात्र व्यक्तियों का नाम जोड़ना है।
कब और कैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे?
७ नवंबर को प्रदेशव्यापी कार्यक्रम होंगे, जिसमें १८ स्थानों पर एक साथ आयोजन किया जाएगा।