क्या भाजपा विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी को नेता चुना गया और उप नेता के लिए विजय सिन्हा पर मुहर लगी?
सारांश
Key Takeaways
- सम्राट चौधरी को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है।
- उप नेता के लिए विजय कुमार सिन्हा का नाम प्रस्तावित किया गया।
- नवीनतम सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होगा।
- एनडीए को 202 सीटें मिलीं, भाजपा ने 89 पर जीत दर्ज की।
- बिहार की राजनीति में नई दिशा की संभावना है।
पटना, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली भारी जीत के बाद अब सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसी बीच, बुधवार को बैठकों का दौर शुरू हुआ।
बुधवार को भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से सम्राट चौधरी को नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी उपस्थित रहे।
बैठक में सभी नवनिर्वाचित विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद, केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सर्वसम्मति से सम्राट चौधरी को नेता चुना गया। इसके साथ ही, उप नेता के लिए विजय कुमार सिन्हा के नाम पर भी प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूर किया गया।
यह स्पष्ट है कि भाजपा ने इन दोनों नेताओं को फिर से अपनी भूमिका में लाने का निर्णय लिया है। बुधवार की शाम को एनडीए विधायक दल की बैठक आयोजित होगी, जिसमें नीतीश कुमार के फिर से नेता चुने जाने की संभावना है। गुरुवार को गांधी मैदान में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
बिहार चुनाव के परिणामों को लेकर पूरे देश में उत्साह है। शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में होना निर्धारित है, जिसके लिए व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। इस समारोह में आम जनता से लेकर विशेष अतिथियों के जुटने की संभावना है, इसलिए उसी अनुसार तैयारी की जा रही है।
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम गांधी मैदान पहुंचकर नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का निरीक्षण किया। नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को प्रस्तावित है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंच पर अतिथियों की व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।
यह ध्यान देने योग्य है कि विधानसभा चुनाव में एनडीए को कुल 202 सीटें मिली हैं। भाजपा ने 89 सीटों पर जीत हासिल की। दूसरे स्थान पर नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) है, जिसने 85 सीटें जीती हैं। वहीं, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति (आर) ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 पर जीत हासिल की, जो एनडीए में तीसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटों पर सफलता मिली है।