क्या भारत चौतरफा संकट में है? अमेरिका के टैरिफ के बाद अखिलेश यादव का हमला

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिकी टैरिफ से भारत की विदेश नीति पर प्रश्न उठे हैं।
- किसानों और युवाओं की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है।
- अखिलेश यादव ने सरकार की विफलता पर जोर दिया।
- भारत ने झुकने से इनकार किया है।
- प्रधानमंत्री के चीन दौरे पर विवाद उठे हैं।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी टैरिफ की 50 प्रतिशत की घोषणा के बाद भारत में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के नेता और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से असफल हो रही है। उन्होंने कहा, "हमारा देश संकट में है और हर दिशा से घिरा हुआ है।"
दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "सरकार विदेश नीति में पूरी तरह विफल रही है। किसानों के हितों का वादा किया गया था, लेकिन उनकी आय दोगुनी नहीं हो पाई है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। जिस प्रकार की पाबंदियां लग रही हैं, इससे हमारी अर्थव्यवस्था संकट में है। किसान और युवा दोनों ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं। भारत चौतरफा घिर गया है।"
अमेरिकी टैरिफ के दबाव में भारत ने झुकने से इनकार कर दिया है, इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका के साथ रिश्ते बनाए रखने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, "अमेरिका के साथ रिश्ते नए नहीं हैं, ये काफी समय से रहे हैं। हमें उन रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है कि कारोबारी और किसानों के हितों पर ध्यान दिया जाए।" सपा प्रमुख ने यह भी कहा, "यह चिंताजनक है कि सरकार को यह कहना पड़ रहा है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे पर भी अखिलेश यादव ने टिप्पणी की। उन्होंने मजाक में कहा, "अगर प्रधानमंत्री चीन जा रहे हैं, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी साथ ले जाना चाहिए, क्योंकि वे नाम बदलने में माहिर हैं।"
इस दौरान, अखिलेश यादव ने 'ग फॉर गधा' टिप्पणी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जवाब देते हुए कहा, "ग फॉर गरीब भी हो सकता है, हम गरीबों के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। हमारे लिए 'ग फॉर गरीब' है, जबकि शायद बीजेपी के लिए 'ग फॉर गधा' होता है।"