क्या केरल सरकार ने लियोनल मेसी को आमंत्रित करने पर 13 लाख खर्च किए?

सारांश
Key Takeaways
- केरल सरकार का मेसी को आमंत्रित करने का दावा भ्रामक साबित हुआ।
- खेल मंत्री की यात्रा पर 13 लाख रुपये खर्च हुए।
- अर्जेंटीना की टीम अब केरल दौरे पर नहीं आएगी।
- विपक्षी पार्टियों का सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ रहा है।
- राजनीतिक मंशा के तहत मेसी को आमंत्रित करने की योजना।
तिरुवनंतपुरम, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अर्जेंटीना के प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनल मेसी को राज्य में लाने के लिए केरल सरकार का दावा अब भ्रामक साबित हो गया है।
सरकार का कहना था कि मेसी को लाने में सार्वजनिक धन का इस्तेमाल नहीं किया गया, लेकिन यह गलत साबित हुआ है।
केरल के खेल मंत्री वी. अब्दुरहीमान ने सितंबर 2024 में मेसी को आमंत्रित करने के लिए स्पेन की यात्रा की थी, जिसमें उनके साथ खेल विभाग के सचिव और खेल एवं युवा मामलों के निदेशक भी थे। इस यात्रा पर 13 लाख रुपए खर्च हुए थे।
यह खेल मंत्री के उस बयान का खंडन करता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेसी को आमंत्रित करने में सरकार को 'एक रुपया' भी खर्च नहीं करना पड़ेगा।
हाल ही में खेल मंत्री ने कहा था कि मेसी और अर्जेंटीना की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम केरल दौरे पर नहीं आएगी, क्योंकि टीम ने अक्टूबर में यात्रा में आने वाली कठिनाइयों का हवाला दिया है।
पिछले बयान में खेल मंत्री ने कहा था कि अर्जेंटीना टीम का केरल आने की संभावना अक्टूबर या नवंबर में हो सकती है। उन्हें राजकीय अतिथि माना जाएगा, और राज्य सरकार खिलाड़ियों की सुरक्षा, आवास और अन्य व्यवस्थाओं का खर्च उठाएगी।
अर्जेंटीना फुटबॉल टीम विश्व की सबसे प्रसिद्ध और सफल टीमों में से एक है, और केरल के मलप्पुरम और कोझिकोड में टीम को बड़ा समर्थन मिलता है। 2022 में जब अर्जेंटीना ने विश्व कप जीता था, तब प्रशंसकों में उत्साह था। यही कारण है कि मलप्पुरम के निवासी खेल मंत्री मेसी को केरल लाने के लिए सक्रिय रूप से प्रयासरत थे।
केरल में दिसंबर में निकाय चुनाव और अगले वर्ष अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। सूत्रों के अनुसार, मेसी को आमंत्रित करने की योजना के पीछे सरकार की राजनीतिक मंशा थी।
खेल मंत्री का बयान झूठा साबित होने के बाद राज्य सरकार को विपक्षी पार्टियों जैसे भाजपा और कांग्रेस के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।