क्या भारत-यूके एफटीए के बाद ईयू से ट्रेड डील पर वार्ता आगे बढ़ रही है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत और यूके के बीच एफटीए सफल रहा है।
- भारत और यूरोपीय यूनियन के बीच व्यापार वार्ता में 12 राउंड पूरे हो चुके हैं।
- सरकार 2025 के अंत तक एक मुक्त व्यापार समझौता पर सहमति बनाने का प्रयास कर रही है।
- अमेरिका के साथ भी व्यापारिक निर्यात में वृद्धि हुई है।
- आगामी वार्ता सितंबर में होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) होने के बाद, सभी की नजरें यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साथ होने वाली व्यापार डील पर टिकी हुई हैं। केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि ईयू के साथ एफटीए पर बातचीत जून २०२२ से चल रही है और अब तक १२ राउंड की वार्ता पूरी हो चुकी है, जिसमें से अंतिम जुलाई २०२५ में सम्पन्न हुआ था।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि यूरोपीय यूनियन के साथ व्यापारिक निर्यात में पिछले पाँच वर्षों में वृद्धि हुई है। यह वित्त वर्ष २०२०-२१ में ४१.३६ बिलियन डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष २०२४-२५ में ७५.७६ बिलियन डॉलर हो गया है।
सरकार का कहना है कि भारत और यूरोपीय यूनियन २०२५ के अंत तक एक मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति बनाने का लक्ष्य रख रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि अमेरिका को भी व्यापारिक निर्यात में पिछले पाँच वर्षों में वृद्धि देखी गई है, जो वित्त वर्ष २०२०-२१ में ५१.६ बिलियन डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष २०२४-२५ में ८६.५ बिलियन डॉलर हो गया है।
भारत ने ट्रेड वार्ता के सफल समापन के बाद, ब्रिटेन के साथ एक व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं।
आने वाले महीने भारत के वैश्विक व्यापार संबंधों के लिए महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि सरकार यूरोपीय यूनियन और आसियान जैसे प्रमुख भागीदारों के साथ एफटीए को लेकर बातचीत को तेज कर रही है।
सरकार के अनुसार, भारत-यूरोपीय यूनियन व्यापार वार्ता में, दोनों पक्षों ने वस्तुओं और सेवाओं के लिए अपने बाजार पहुंच प्रस्तावों का आदान-प्रदान किया है। कुछ समझौते के हिस्सों को अंतिम रूप दे दिया गया है, जिन्हें 'चैप्टर्स' कहा जाता है, जबकि उन मुद्दों पर चर्चा जारी है जिन पर दोनों पक्ष असहमत हैं। अगला दौर सितंबर के पहले सप्ताह में भारत में होने की उम्मीद है।
दोनों पक्ष इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए पहले एक अंतरिम संस्करण तैयार करने पर भी सहमत हुए हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पिछले महीने कहा था कि प्रस्तावित भारत-यूरोपीय यूनियन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) मजबूत आर्थिक संबंधों और समावेशी विकास के भविष्य के निर्माण के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।