क्या अमेरिकी टैरिफ में बढ़ोतरी के बावजूद सितंबर में भारत का व्यापारिक निर्यात 6.75 प्रतिशत बढ़ा?

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क्या अमेरिकी टैरिफ में बढ़ोतरी के बावजूद सितंबर में भारत का व्यापारिक निर्यात 6.75 प्रतिशत बढ़ा?

सारांश

भारत का व्यापारिक निर्यात सितंबर में 6.75 प्रतिशत बढ़ा, यह आंकड़ा 36.38 अरब डॉलर तक पहुँच गया। अमेरिका द्वारा टैरिफ में बढ़ोतरी के बावजूद यह वृद्धि हुई। वाणिज्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, इसका मुख्य कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में विकास और त्योहारी मांग है।

Key Takeaways

  • भारत का व्यापारिक निर्यात सितंबर में 36.38 अरब डॉलर तक पहुँचा।
  • निर्यात में 6.75 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • आयात में भी वृद्धि देखी गई, जो 68.53 अरब डॉलर तक पहुँच गया।
  • गैर-पेट्रोलियम निर्यात 189.49 अरब डॉलर तक पहुँचा।
  • भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति हो रही है।

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका द्वारा टैरिफ में वृद्धि के बावजूद, सितंबर में भारत का व्यापारिक निर्यात पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6.75 प्रतिशत बढ़कर 36.38 अरब डॉलर तक पहुँच गया। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को साझा की।

सितंबर में निर्यात में मासिक आधार पर भी वृद्धि देखी गई है, जो अगस्त में 35.1 अरब डॉलर था।

वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा, "आपूर्ति श्रृंखलाओं और बाजार पहुंच से संबंधित वैश्विक विकास के कारण यह वर्ष व्यापार के लिए एक चुनौतीपूर्ण रहा है। हालांकि, वित्तीय वर्ष 26 के पहले 6 महीनों के दौरान कुल निर्यात पिछले वर्ष की तुलना में 18 अरब डॉलर अधिक रहा। इस दौरान गैर-पेट्रोलियम निर्यात 189.49 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जो इस अवधि में अब तक का उच्चतम निर्यात है।"

हालांकि, त्योहारी मौसम से पहले की मांग में वृद्धि के कारण देश का आयात निर्यात से तेज़ी से बढ़ा।

अग्रवाल ने उल्लेख किया, "सितंबर 2025 में आयात की वृद्धि निर्यात की तुलना में अधिक रही है। सोना, चांदी, उर्वरक और इलेक्ट्रॉनिक्स के आयात में वृद्धि के कारण आयात में वृद्धि हुई है। इस वर्ष बढ़ी हुई मांग के चलते उर्वरक का आयात अब तक अधिक रहा है।"

आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में कुल व्यापारिक आयात पिछले महीने के 61.59 अरब डॉलर से बढ़कर 68.53 अरब डॉलर हो गया।

सितंबर में सेवाओं का निर्यात 30.82 अरब डॉलर और आयात 15.29 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जिससे कुल वस्तु एवं सेवा व्यापार अधिशेष 15.53 अरब डॉलर रहने का आकलन है।

इसके अतिरिक्त, सरकारी अधिकारियों के अनुसार, भारत और अमेरिका प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण को पूरा करने के लिए अपनी बातचीत में प्रगति कर रहे हैं। भारतीय अधिकारियों का एक दल इस सप्ताह वाशिंगटन में आगे की बातचीत के लिए रवाना होगा।

एक सरकारी अधिकारी ने कहा, "दोनों देशों के बीच बातचीत अच्छे ढंग से आगे बढ़ रही है।"

भारत ने अमेरिका से तेल और गैस के आयात में वृद्धि का प्रस्ताव दिया है, जिससे व्यापार अधिशेष की भरपाई में मदद मिलेगी और साथ ही भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

Point of View

भारत का निर्यात बढ़ना एक सकारात्मक संकेत है, जो वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बीच देश की व्यापारिक क्षमता को दर्शाता है। अमेरिका के साथ चल रही बातचीत, और भारत द्वारा ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने की पहल, इससे स्पष्ट होता है कि भारत वैश्विक व्यापार में एक मजबूत खिलाड़ी बन रहा है।
NationPress
15/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत का निर्यात सितंबर में कितना बढ़ा?
भारत का व्यापारिक निर्यात सितंबर में 6.75 प्रतिशत बढ़कर 36.38 अरब डॉलर हो गया।
क्या अमेरिका के टैरिफ ने भारत के निर्यात पर असर डाला?
अमेरिका द्वारा टैरिफ में बढ़ोतरी के बावजूद भारत का निर्यात बढ़ा है, जो सकारात्मक संकेत है।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता का क्या हाल है?
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण पर बातचीत प्रगति पर है।
भारत का आयात किस प्रकार प्रभावित हुआ है?
त्योहारी मौसम से पहले की मांग के कारण भारत का आयात निर्यात से तेज़ी से बढ़ा है।
भारत का गैर-पेट्रोलियम निर्यात कितना है?
भारत का गैर-पेट्रोलियम निर्यात इस अवधि में 189.49 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।