क्या सेमीकॉन इंडिया में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- भारत वैश्विक अनिश्चितता के बीच स्थिरता का प्रतीक है?

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क्या सेमीकॉन इंडिया में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- भारत वैश्विक अनिश्चितता के बीच स्थिरता का प्रतीक है?

सारांश

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमीकॉन इंडिया 2025 के उद्घाटन पर भारत को स्थिरता और विकास का प्रतीक बताया। उन्होंने वैश्विक निवेशकों को भारत में निवेश करने का निमंत्रण दिया। जानें, भारत का सेमीकंडक्टर मिशन कैसे वैश्विक उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

Key Takeaways

  • भारत को वैश्विक स्थिरता का प्रतीक माना गया है।
  • सेमीकंडक्टर मिशन का उद्देश्य निवेश को आकर्षित करना है।
  • भारत में वर्तमान में पाँच सेमीकंडक्टर इकाइयों का निर्माण हो रहा है।
  • वैश्विक विश्वास भारत में बढ़ रहा है।
  • सेमीकॉन इंडिया 2025 एक महत्वपूर्ण मंच है।

नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि दुनिया वैश्विक नीतिगत उथल-पुथल और अनिश्चितता का सामना कर रही है, ठीक ऐसे समय में भारत 'स्थिरता और विकास' के लाइटहाउस के रूप में उभर रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी में स्थित यशोभूमि में 'सेमीकॉन इंडिया 2025' के उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने ग्लोबल इंडस्ट्री लीडर्स से भारत में निवेश करने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि देश का सेमीकंडक्टर मिशन पारदर्शी और पेशेवर तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "इस अनिश्चित समय में आपको भारत आना चाहिए क्योंकि हमारी नीति स्थिर है। हमने सेमीकंडक्टर मिशन को पारदर्शी और पेशेवर तरीके से प्रबंधित किया है।"

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) की शुरुआत की गई थी और तब से देश ने उल्लेखनीय प्रगति की है।

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "वर्तमान में, पांच सेमीकंडक्टर इकाइयों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिनमें से एक इकाई की पायलट लाइन पूरी हो चुकी है। प्रधानमंत्री को पहली मेड-इन-इंडिया चिप भी भेंट की गई।"

उन्होंने यह भी बताया कि दो और इकाइयों में कुछ महीनों के भीतर उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है, जबकि पांच और इकाइयों के डिजाइन पर काम अच्छी तरह से चल रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि भारत ने पावर इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, रक्षा और स्ट्रैटेजिक क्षेत्रों तक, सेमीकंडक्टर एप्लीकेशन के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करने का प्रयास किया है।

उन्होंने कहा कि भारत में वैश्विक विश्वास बढ़ रहा है और चिप निर्माण क्षेत्र के इकोसिस्टम पार्टनर पहले से ही देश में मौजूद हैं।

'सेमीकॉन इंडिया 2025' का आयोजन भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और सेमी द्वारा संयुक्त रूप से 2 से 4 सितंबर 2025 तक किया जा रहा है। यह भारत में सेमीकंडक्टर्स के भविष्य को आकार देने के लिए ग्लोबल लीडर्स, इनोवेटर्स, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक्स इकोसिस्मट को एकजुट करने वाला एक प्रमुख मंच है।

इस कार्यक्रम में 20,750 से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं, जिनमें 48 देशों के 2,500 से अधिक प्रतिनिधि, 150 से अधिक वक्ता (50 ग्लोबल लीडर्स) और 350 से अधिक प्रदर्शक शामिल हैं।

Point of View

NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य क्या है?
सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को विकसित करना और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करना है।
केंद्रीय मंत्री ने भारत को किस रूप में प्रस्तुत किया?
केंद्रीय मंत्री ने भारत को 'स्थिरता और विकास' के लाइटहाउस के रूप में प्रस्तुत किया।
भारत का सेमीकंडक्टर मिशन कब शुरू हुआ?
भारत का सेमीकंडक्टर मिशन कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत शुरू हुआ।
इस कार्यक्रम में कितने प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं?
इस कार्यक्रम में 20,750 से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं।
भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग का भविष्य कैसा है?
भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग का भविष्य उज्ज्वल है, क्योंकि कई इकाइयों का निर्माण कार्य चल रहा है और निवेश बढ़ रहा है।