क्या एशिया कप में पाकिस्तान के साथ मैच खेलना भारत की मजबूरी है? - तारिक अनवर

सारांश
Key Takeaways
- भारत को पाकिस्तान के साथ मैच खेलना अनिवार्य है।
- विपक्षी दलों ने मैच रद्द करने की मांग की है।
- यह मैच एसीसी के मल्टीनेशनल टूर्नामेंट का हिस्सा है।
- कांग्रेस पार्टी में बदलाव की आवश्यकता है।
- आरएसएस की भूमिका पर चर्चा की गई है।
नई दिल्ली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद तारिक अनवर ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच के संबंध में अपनी राय व्यक्त की है कि भारत के लिए पाकिस्तान के साथ खेलना एक मजबूरी है।
उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ मैच खेलने से मना नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर उसे टूर्नामेंट से बाहर होने का सामना करना पड़ेगा।
यह मैच पहलगाम आतंकी हमले के बाद हो रहा है और इसके रद्द करने की मांग कई विपक्षी दलों के सांसदों ने की है।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान का मैच एक द्विपक्षीय मुकाबला नहीं है, बल्कि एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) का एक मल्टीनेशनल टूर्नामेंट है, जिसमें कई एशियाई देश भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत अकेले कोई निर्णय नहीं ले सकता। यदि आप पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहते हैं, तो आपको टूर्नामेंट से बाहर होना होगा।
पाकिस्तान के साथ मैच खेलना भारत की मजबूरी है।
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के 'सड़ेआम' वाले बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल सही है। कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना और सत्ता में लाना है, इसलिए पार्टी के ढांचे में बदलाव की आवश्यकता है।
उन्होंने उदयपुर सम्मेलन का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों से जो लोग एक ही पद पर हैं, उन्हें हटाकर नए लोगों को मौका दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आरएसएसमोहन भागवत की प्रशंसा पर उन्होंने कहा कि भारत की आजादी और राष्ट्र निर्माण में आरएसएस की भूमिका पर लंबी बहस हो सकती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों का साथ दिया और गांधी जी के आंदोलनों में भाग नहीं लिया। यदि कोई उस संगठन की प्रशंसा करता है, तो यह गलत है। हमारी लड़ाई अंग्रेजों और गुलामी से थी, पीएम मोदी उसी संगठन से आए हैं, इसलिए उनकी प्रशंसा तो होगी ही।