क्या रक्षा के क्षेत्र में भारत की वैश्विक साख को बढ़ाने के लिए एकजुटता जरूरी है?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीतिक बयानबाजी जारी है।
- भाजपा ने इसे देश के सैनिकों का गौरव बताया है।
- राष्ट्रीय मुद्दों पर एकजुटता की आवश्यकता है।
- भारत की सेना ने पाकिस्तान का उचित जवाब दिया है।
- कांवड़ यात्रा की कानून व्यवस्था बेहतरीन है।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर सत्ताधारी और विपक्ष के बीच बयानबाजी का सिलसिला जारी है। विपक्ष इस मामले में पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहा है। दूसरी ओर, भाजपा ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को देश के सैनिकों का गौरव बताया है।
भाजपा सांसद बिप्लब कुमार देब ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हमें अपनी सेना की ताकत पर गर्व है। हमने पाकिस्तान की नापाक हरकतों का उचित जवाब दिया और हमारी सेना किसी भी प्रकार की आतंकवादी घटनाओं का सामना करने में सक्षम है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि रक्षा के क्षेत्र में दुनिया ने भारत की ताकत को पहचाना है। हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन यदि कोई हमारे लोगों पर हमला करता है, तो हम चुप नहीं रहेंगे। पाकिस्तान के खिलाफ हमने युद्ध का ऐलान नहीं किया था। पाकिस्तान ने पहलगाम में जो किया, उसका उचित जवाब हमारी सेना ने दिया। मेरा मानना है कि राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर सभी को एक साथ खड़ा होना चाहिए। हमें मिलकर लड़ना होगा।
भाजपा सांसद अरुण गोविल ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान को सबक सिखाने का कार्य किया है। जो कदम हमारी सेना ने उठाया, वह वाकई सराहनीय है। इसके लिए जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम है।
अरुण गोविल ने सीएम योगी के कांवड़ यात्रा संबंधी बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सीएम योगी की बातें बिल्कुल सही हैं। इस विषय पर प्रश्न उठाने की कोई आवश्यकता नहीं है। मेरा मानना है कि पूरी कांवड़ यात्रा बहुत अच्छी तरह से चल रही है, प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतरीन है और सभी व्यवस्थाएं सुसंगत हैं। हमें आशा है कि यह यात्रा सुचारु रूप से संपन्न होगी।