क्या स्वदेशी उत्पाद भारत को आत्मनिर्भर बनाएंगे?: सीएम मोहन यादव

सारांश
Key Takeaways
- स्वदेशी उत्पाद आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
- 40 स्व-सहायता समूह मेले में भाग ले रहे हैं।
- 3,600 से अधिक परिवारों को लाभ होगा।
- युवाओं और महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का अवसर।
- स्वदेशी उत्पादों का बाजार में प्रवेश बढ़ाने का प्रयास।
भोपाल, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भोपाल में मंगलवार को स्वदेशी मेला का आयोजन किया गया, जिसमें स्वदेशी व्यंजन और उत्पाद प्रदर्शित किए गए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि स्वदेशी उत्पाद गांव, जिला और प्रदेश का गौरव बढ़ाते हैं और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह मेला भोपाल हाट में स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया है।
सीएम मोहन यादव ने मेले का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्म दिवस पर सेवा का संकल्प लेते हुए सेवा पखवाड़े के माध्यम से 'वोकल फॉर लोकल' की भावना को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उनकी प्रतिबद्धता के अनुरूप देश में स्वदेशी के अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है। सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत दो अक्टूबर तक सबका साथ-सबका विकास के भाव से जन भागीदारी, स्वच्छता और कल्याणकारी गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि स्वदेशी मेले में 40 स्व-सहायता समूह भाग ले रहे हैं, जिससे लगभग 3,600 से अधिक परिवार लाभान्वित होंगे। आगामी तीज-त्यौहारों की दृष्टि से यह स्वदेशी मेला महत्वपूर्ण है; इससे भोपालवासी स्वदेशी उत्पादों की आत्मीयता का अनुभव कर सकेंगे। इसके माध्यम से गांवों में घर-घर में बनने वाली वस्तुओं को बाजार और प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है।
सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि स्वदेशी मेले की इन गतिविधियों से ही आदि काल से भारत की पहचान रहे, स्वावलंबन के भाव को प्रोत्साहन मिलेगा। स्वदेशी उत्पाद अपने गांव, जिले और प्रदेश का गौरव बढ़ाते हुए आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वदेशी मेला में लगे स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने विक्रेताओं और सामग्री निर्माताओं से चर्चा की और वॉटर बॉटल बैग सहित अन्य सामग्री भी खरीदी। इसके अलावा, सीएम ने स्व-सहायता समूह द्वारा लगाए गए चाट के स्टॉल पर पानी-पुरी का आनंद भी लिया।