क्या भारत 'ट्रेकोमा' मुक्त हो गया है? पीएम मोदी बोले- ये देश के लाखों लोगों की मेहनत का फल

सारांश
Key Takeaways
- भारत अब 'ट्रेकोमा मुक्त' देश बन चुका है।
- यह उपलब्धि लाखों लोगों की मेहनत का फल है।
- स्वच्छ भारत अभियान और जल जीवन मिशन ने इस सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- भारत की 64 प्रतिशत आबादी को सामाजिक सुरक्षा लाभ मिल रहा है।
- यह सफलता स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 123वें एपिसोड के दौरान देश की दो महत्वपूर्ण उपलब्धियों का उल्लेख किया, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा सराहना की गई हैं। उन्होंने आंखों की बीमारी ट्रेकोमा के बारे में जानकारी दी और बताया कि अब भारत एक 'ट्रेकोमा मुक्त देश' बन चुका है।
पीएम मोदी ने कहा, "मैं आपको गर्व से भर देने वाली दो उपलब्धियों के बारे में बताना चाहता हूं। ये उपलब्धियाँ वैश्विक संस्थाओं द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। डब्ल्यूएचओ और आईएलओ ने भारत की इन उपलब्धियों की प्रशंसा की है। पहली उपलब्धि से स्वास्थ्य संबंधित है। आपने शायद ट्रेकोमा के बारे में सुना होगा, जो एक बैक्टीरिया से फैलने वाली बीमारी है। यह बीमारी एक समय में देश के कई हिस्सों में आम थी। अगर ध्यान न दिया जाए, तो यह धीरे-धीरे आंखों की रोशनी को खत्म कर सकती है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने ठान लिया था कि ट्रेकोमा को समाप्त करेंगे और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि डब्ल्यूएचओ ने भारत को 'ट्रेकोमा फ्री' घोषित कर दिया है। यह उन लाखों लोगों की मेहनत का फल है जिन्होंने इस बीमारी से लड़ाई लड़ी। यह हमारी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सफलता है। स्वच्छ भारत अभियान और जल जीवन मिशन ने भी इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "आज जब घर-घर साफ पानी पहुंच रहा है, तो इस तरह की बीमारियों का खतरा कम हो गया है। डब्ल्यूएचओ ने भारत की इस उपलब्धि की सराहना की है, क्योंकि हमने बीमारी के साथ-साथ इसके मूल कारणों को भी दूर किया है।"
पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की हालिया रिपोर्ट के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा, "आज भारत की अधिकांश आबादी किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा लाभ का लाभ उठा रही है। आईएलओ की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 64 प्रतिशत से अधिक आबादी अब सामाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त कर रही है। देश के लगभग 95 करोड़ लोग विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं, जबकि 2015 तक यह संख्या 25 करोड़ से भी कम थी।"
उन्होंने कहा, "भारत स्वास्थ्य से लेकर सामाजिक सुरक्षा तक हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। यह सामाजिक न्याय की एक बेहतरीन तस्वीर है। इन सफलताओं ने हमें विश्वास दिलाया है कि भविष्य और भी उज्जवल होगा। हर कदम पर भारत और भी सशक्त होगा।"