क्या भारत ने ट्रंप और पुतिन की बैठक का स्वागत किया? संवाद और कूटनीति से ही शांति का मार्ग?

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क्या भारत ने ट्रंप और पुतिन की बैठक का स्वागत किया? संवाद और कूटनीति से ही शांति का मार्ग?

सारांश

भारत ने ट्रंप और पुतिन की बैठक का स्वागत करते हुए कहा है कि संवाद और कूटनीति से ही शांति का मार्ग संभव है। यह बैठक वैश्विक शांति के लिए एक सकारात्मक कदम है। क्या इस दिशा में और प्रयास होंगे? जानें इस महत्वपूर्ण बैठक की पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • भारत ने ट्रंप और पुतिन की बैठक का स्वागत किया है।
  • शांति के लिए संवाद और कूटनीति आवश्यक हैं।
  • बैठक में यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने पर चर्चा हुई।
  • पुतिन ने सोवियत सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
  • बैठक सकारात्मक और रचनात्मक माहौल में हुई।

नई दिल्ली, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में आयोजित बैठक पर भारत की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। भारत ने स्पष्ट किया है कि शांति की दिशा में संवाद और कूटनीति के माध्यम से ही मार्ग प्रशस्त होगा।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि भारत अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच हुई बैठक का स्वागत करता है। उनका यह नेतृत्व शांति की दिशा में अत्यंत प्रशंसनीय है।

उन्होंने आगे कहा कि भारत इस शिखर सम्मेलन में हुई प्रगति की सराहना करता है। आगे का रास्ता केवल संवाद और कूटनीति से ही निकल सकता है, क्योंकि दुनिया यूक्रेन में संघर्ष का शीघ्र अंत चाहती है।

अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच लगभग तीन घंटे तक चली बैठक के बाद, यूएस राष्ट्रपति वाशिंगटन लौट गए। इससे पहले, ट्रंप ने संवाददाताओं को बताया कि वे नाटो नेताओं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और अन्य संबंधित अधिकारियों को बैठक में हुई चर्चाओं के बारे में जानकारी देने की योजना बना रहे हैं।

वहीं, अलास्का के एंकोरेज से मास्को रवाना होने से पहले पुतिन ने फोर्ट रिचर्डसन मेमोरियल कब्रिस्तान का दौरा किया, जहां उन्होंने सोवियत संघ के सैनिकों की कब्रों पर फूल चढ़ाए। ये कब्रें उन सोवियत पायलटों और नाविकों को श्रद्धांजलि हैं, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए थे।

ट्रंप के साथ बैठक को लेकर पुतिन ने कहा कि हमारी बातचीत रचनात्मक और परस्पर सम्मान के माहौल में हुई। उन्होंने ट्रंप का स्वागत किया और उनके साथ अच्छे सीधे संपर्क स्थापित किए। उन्होंने यह भी कहा कि बातचीत में एक दोस्ताना और भरोसेमंद माहौल बनाए रखने के लिए धन्यवाद दिया। दोनों पक्ष परिणाम हासिल करने के प्रति दृढ़ थे, और हमारी बातचीत सकारात्मक रही।

Point of View

हमें इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। देश की सुरक्षा और शांति के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
17/08/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने ट्रंप और पुतिन की बैठक पर क्या प्रतिक्रिया दी?
भारत ने कहा है कि संवाद और कूटनीति से ही शांति की राह निकलेगी।
बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
बैठक का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन में चल रहे संघर्ष का समाधान ढूंढना था।
पुतिन ने बैठक के बाद क्या किया?
पुतिन ने फोर्ट रिचर्डसन मेमोरियल कब्रिस्तान का दौरा किया और सोवियत सैनिकों की कब्रों पर फूल चढ़ाए