क्या भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग वित्त वर्ष 2026 में 7-8 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है?

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क्या भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग वित्त वर्ष 2026 में 7-8 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है?

सारांश

भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग में वृद्धि की उम्मीद है। एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि यह वृद्धि वित्त वर्ष 2026 में 7-8 प्रतिशत तक हो सकती है। जानिए इस वृद्धि के पीछे के कारण और उद्योग की वर्तमान स्थिति के बारे में।

Key Takeaways

  • भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग में 7-8 प्रतिशत वृद्धि की संभावना।
  • संरचनात्मक कारक और उद्योग कंसोलिडेशन इसका मुख्य कारण हैं।
  • कीमतों में स्थिरता वित्त वर्ष 2026 की लाभप्रदता के लिए आवश्यक है।
  • सीमेंट का उत्पादन वित्त वर्ष 2025 में 453.0 मिलियन मीट्रिक टन रहा।
  • उद्योग में मांग/आपूर्ति की गतिशीलता में सुधार हो रहा है।

नई दिल्ली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग वित्त वर्ष 2026 में 7-8 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। इसके पीछे संरचनात्मक कारक जिम्मेदार हैं, जो इसे वित्त वर्ष 2026-29 में 6 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़ने में मदद करेंगे। यह जानकारी एक रिपोर्ट में सामने आई है।

बीएनपी परिबास इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कीमतों में सुधार हो रहा है और मानसून के जल्दी आने के बावजूद कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। मौजूदा स्तरों पर कीमतों की स्थिरता वित्त वर्ष 2026 की लाभप्रदता के लिए महत्वपूर्ण है।

विश्लेषक निरांश जैन का कहना है, "हमें उम्मीद है कि इंडस्ट्री प्लेयर्स द्वारा लाभप्रदता को प्राथमिकता देने और उद्योग के निरंतर कंसोलिडेशन के कारण प्राइसिंग पावर में सुधार होगा।"

भारत का सीमेंट क्षेत्र उत्पादन के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र बन गया है।

हालांकि, हाल के वर्षों में नई सप्लाई, कम उपयोग और सीमित मूल्य निर्धारण शक्ति ने चुनौतियों का सामना करने पर मजबूर किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, "हमें लगता है कि साइकल अब बदल रहा है और बेहतर दृष्टिकोण को बढ़ावा दे रहा है।"

उद्योग को ओवरसप्लाई की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "लेकिन हम उद्योग के कंसोलिडेटेड होने के साथ मांग/आपूर्ति की गतिशीलता में सुधार देख रहे हैं।"

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) के संयुक्त सूचकांक में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में मई में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले महीने सीमेंट, स्टील, कोयला और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।

मंत्रालय ने बताया कि फरवरी, मार्च और अप्रैल के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर क्रमशः 3.4, 4.5 और 1.0 प्रतिशत देखी गई।

आईसीआरए की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सीमेंट सेक्टर की वॉल्यूम मई में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत बढ़कर 39.6 मिलियन मीट्रिक टन हो गई है। वित्त वर्ष 26 के पहले दो महीनों में सीमेंट सेक्टर में सकारात्मक रुझान जारी रहा, जिससे वॉल्यूम 8 प्रतिशत बढ़कर 78.7 मिलियन मीट्रिक टन हो गई है।

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में सीमेंट वॉल्यूम में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और कुल उत्पादन 453.0 मिलियन मीट्रिक टन रहा है।

Point of View

भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग में बढ़ोतरी की संभावना है। उद्योग की स्थिरता और लाभप्रदता को बनाए रखना आवश्यक है। यह विकास भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन इसे सुनिश्चित करने के लिए उद्योग में सुधार की आवश्यकता है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय सीमेंट क्षेत्र में मांग क्यों बढ़ रही है?
संरचनात्मक कारकों और उद्योग में कंसोलिडेशन के कारण मांग में वृद्धि हो रही है।
क्या सीमेंट की कीमतें स्थिर रहेंगी?
रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा स्तरों पर कीमतों की स्थिरता महत्वपूर्ण है।
सीमेंट उत्पादन में वृद्धि कब तक जारी रहेगी?
यह वृद्धि वित्त वर्ष 2026-29 तक जारी रहने की उम्मीद है।