क्या ऑडिटिंग को सुदृढ़ करने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का रिफ्रेशर कोर्स प्रभावी होगा?

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क्या ऑडिटिंग को सुदृढ़ करने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का रिफ्रेशर कोर्स प्रभावी होगा?

सारांश

भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान ने ऑडिटिंग के लिए एक नया रिफ्रेशर कोर्स पेश किया है। यह कोर्स 35 ऑडिटिंग मानकों को कवर करता है और सीए सदस्यों की व्यावहारिक समझ को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। क्या यह कोर्स आपके करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है? जानिए इस लेख में!

Key Takeaways

  • ऑडिटिंग के 35 मानकों का समावेश
  • व्यावहारिक अनुप्रयोग पर आधारित शिक्षण
  • वर्चुअल माध्यम से उपलब्धता
  • 75 प्रतिभागियों की क्षमता प्रति बैच
  • व्यावसायिक क्षमता को सुदृढ़ करने का अवसर

नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान ने ऑडिटिंग के क्षेत्र में एक रिफ्रेशर कोर्स शुरू किया है। यह कोर्स ऑडिटिंग एंड एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स बोर्ड के माध्यम से स्टैंडर्ड्स ऑन ऑडिटिंग पर आधारित है। यह कार्यक्रम सभी 35 ऑडिटिंग मानकों को समाहित करता है।

संस्थान के अनुसार, यह नया कोर्स उनके सदस्यों (सीए) की व्यावहारिक समझ को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। इच्छुक सीए इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। कोर्स का पहला बैच 14 से 22 नवंबर 2025 तक चलेगा। यह रिफ्रेशर कोर्स केस स्टडी-आधारित शिक्षण विधि पर आधारित है, जिसमें विशेषज्ञ ऑडिटिंग के मानकों के उद्देश्य, प्रासंगिकता और व्यावहारिक अनुप्रयोग को सरल, केंद्रित मॉड्यूल और वास्तविक उदाहरणों द्वारा समझाएंगे।

आईसीएआई के अध्यक्ष सीए चरणजोत सिंह नंदा ने कहा कि यह कोर्स उनके सदस्यों को समकालीन ऑडिटिंग ज्ञान के साथ री-स्किल और अप-स्किल करने में मदद करेगा। यह कार्यक्रम पेशेवरों की व्यावसायिक क्षमता को सुदृढ़ करने के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

नंदा ने कहा कि जैसे-जैसे व्यवसाय विकसित हो रहे हैं और नियामकीय अपेक्षाएं बढ़ रही हैं, ऑडिटिंग मानकों में गहन दक्षता की आवश्यकता है। ऑडिट की गुणवत्ता बनाए रखने, विश्वास को मजबूत करने और वित्तीय रिपोर्टिंग की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए इस तरह के कोर्स अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस कोर्स की कुल अवधि 24 घंटे है, जिसे 3 घंटे के 8 सत्रों में विभाजित किया गया है। यह कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम से संचालित किया जाएगा।

पाठ्यक्रम में स्टैंडर्ड्स ऑन ऑडिटिंग के संदर्भ, महत्व और केस स्टडीज शामिल हैं। इस कोर्स को करने के लिए सबसे पहली पात्रता है कि आवेदनकर्ता को भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान का सदस्य (सीए) होना चाहिए। प्रत्येक बैच में 75 प्रतिभागियों की क्षमता है। यह कोर्स सीए सदस्यों को ऑडिटिंग मानकों की व्यावहारिक समझ को सुदृढ़ करने, पेशेवर दक्षता को बढ़ाने और भविष्य की ऑडिटिंग आवश्यकताओं के अनुसार खुद को सक्षम बनाने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।

Point of View

बल्कि इसे व्यावसायिक क्षमता को सुदृढ़ करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है। जब हम ऑडिटिंग की गुणवत्ता और विश्वसनीयता की बात करते हैं, तो ऐसे कोर्स का महत्व बढ़ जाता है। इस पहल से न केवल चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का कौशल बढ़ेगा, बल्कि इससे वित्तीय रिपोर्टिंग की विश्वसनीयता भी सुनिश्चित होगी।
NationPress
18/11/2025

Frequently Asked Questions

क्या यह कोर्स सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए है?
हां, यह कोर्स केवल उन चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए है जो भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान के सदस्य हैं।
इस कोर्स की कुल अवधि क्या है?
इस रिफ्रेशर कोर्स की कुल अवधि 24 घंटे है।
कोर्स में भाग लेने के लिए कब तक आवेदन कर सकते हैं?
इच्छुक सीए इस कोर्स के लिए आवेदन 14 से 22 नवंबर 2025 तक कर सकते हैं।
क्या कोर्स वर्चुअल माध्यम में होगा?
हां, यह कोर्स वर्चुअल माध्यम से संचालित किया जाएगा।
क्या इस कोर्स में कोई विशेष पात्रता है?
इस कोर्स में भाग लेने के लिए आवेदक का भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान का सदस्य होना आवश्यक है।
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