क्या भारतीय नौसेना ने अरब सागर में जहाज में लगी आग को बुझाया?

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क्या भारतीय नौसेना ने अरब सागर में जहाज में लगी आग को बुझाया?

सारांश

भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक बड़े अग्निकांड के दौरान 14 भारतीय क्रू सदस्यों की जान बचाई। नौसेना की त्वरित कार्रवाई और अग्निशामक अभियान ने दिखाया कि वह समुद्री सुरक्षा में कितनी सक्षम है। क्या यह एक और उदाहरण है कि नौसेना हमेशा तत्पर रहती है?

Key Takeaways

  • भारतीय नौसेना ने समय पर कार्रवाई की।
  • सभी 14 भारतीय क्रू सदस्यों को बचाया गया।
  • अग्निशामक अभियान में आईएनएस तबर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
  • कोई भी घायल नहीं हुआ।
  • यह घटना भारतीय नौसेना की मानवीय सहायता में तत्परता को दर्शाती है।

नई दिल्ली, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय नौसेना ने एक बार फिर समुद्री सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और त्वरित प्रतिक्रिया का प्रदर्शन करते हुए एक समुद्री जहाज पर लगी आग पर काबू पाया है। यह आग उत्तरी अरब सागर में पलाउ-ध्वजवाहक टैंकर एमटी यी चेंग 6 पर लगी थी। इस बड़े अग्निकांड के दौरान नौसेना ने खतरनाक अग्निशामक और बचाव अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

नौसेना ने इस ऑपरेशन के दौरान टैंकर पर मौजूद सभी 14 भारतीय क्रू सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया। नौसेना के अनुसार, 29 जून की सुबह, मिशन-आधारित तैनाती पर मौजूद आईएनएस तबर को एमटी यी चेंग 6 से ‘मेडे’ (आपातकालीन) कॉल प्राप्त हुआ। जहाज ने अपने इंजन कक्ष में भीषण आग लगने की जानकारी दी।

यह घटना फुजैरा, संयुक्त अरब अमीरात के पूर्व में लगभग 80 नॉटिकल मील की दूरी पर हुई। भारतीय नौसेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आईएनएस तबर को अधिकतम गति के साथ घटनास्थल की ओर रवाना किया। टैंकर के पास पहुंचकर, नौसेना ने जहाज के कप्तान से संपर्क स्थापित किया और तुरंत अग्निशामक अभियान शुरू किया।

अग्निशामक अभियान पूरा होने के बाद, मंगलवार को नौसेना ने बताया कि सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, 7 क्रू सदस्यों को नौसेना की नौकाओं की मदद से आईएनएस तबर पर सुरक्षित रूप से निकाला गया। सभी समय पर की गई त्वरित कार्रवाई के चलते किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। सुरक्षित बचाए गए सभी लोगों को नौसेना की मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य जांच प्रदान की गई है।

नौसेना के अनुसार, जहाज के कप्तान सहित शेष क्रू सदस्य जहाज पर रहकर आग बुझाने के प्रयासों में शामिल रहे। आईएनएस तबर से 6 सदस्यीय अग्निशामक और क्षति नियंत्रण दल विशेष उपकरणों के साथ आग बुझाने के लिए भेजा गया था। प्रारंभिक प्रयासों में ही आग की तीव्रता में काफी कमी आई और धुआं इंजन कक्ष तक सीमित कर दिया गया। इसके बाद अभियान को और तेजी देते हुए 13 अतिरिक्त नौसेना कर्मियों (5 अधिकारी और 8 नाविक) को भी जहाज पर तैनात किया गया।

नौसेना का कहना है कि लगातार प्रयासों के फलस्वरूप आग पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया गया है। जहाज पर तापमान की निगरानी और स्थिति पर सतत निगरानी रखी जा रही है। आईएनएस तबर फिलहाल मौके पर ही मौजूद है और हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। भारतीय नौसेना के इस साहसी और कुशल प्रयासों ने न केवल टैंकर को बचाया, बल्कि सभी 14 भारतीय क्रू सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की। यह घटना फिर एक बार यह सिद्ध करती है कि भारतीय नौसेना न केवल परिचालन रूप से सजग है, बल्कि भारतीय समुद्री क्षेत्र में मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए भी सदैव तत्पर है। यह भारत की “प्रथम उत्तरदाता” की भूमिका को और मजबूत करता है।

Point of View

बल्कि यह भी सिद्ध करती है कि वे मानवीय सहायता में हमेशा आगे रहते हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भारतीय नौसेना न केवल समुद्री सुरक्षा में सक्षम है, बल्कि संकट के समय में सहायता प्रदान करने के लिए भी तत्पर है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय नौसेना ने आग को कैसे बुझाया?
भारतीय नौसेना ने त्वरित रूप से आईएनएस तबर को घटनास्थल पर भेजा और अग्निशामक अभियान शुरू किया।
कितने भारतीय क्रू सदस्यों को बचाया गया?
सभी 14 भारतीय क्रू सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया।
यह घटना कहां हुई?
यह घटना उत्तरी अरब सागर में हुई, जो फुजैरा, संयुक्त अरब अमीरात के पूर्व में लगभग 80 नॉटिकल मील की दूरी पर है।
क्या कोई घायल हुआ?
नहीं, सभी बचाए गए क्रू सदस्य सुरक्षित हैं और उन्हें स्वास्थ्य जांच प्रदान की गई है।
भारतीय नौसेना की यह कार्रवाई क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कार्रवाई भारतीय नौसेना की तत्परता और समुद्री सुरक्षा में उनकी भूमिका को दर्शाती है।