क्या इंदौर में किसानों ने विशाल ट्रैक्टर रैली निकालकर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- भावांतर योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
- किसानों की आवाज़ को सुनना और समर्थन देना ज़रूरी है।
- सरकार को योजना को और प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए।
इंदौर, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से सोयाबीन उत्पादक किसानों के कल्याण के लिए आरंभ की गई भावांतर योजना के समर्थन में रविवार को इंदौर के देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में 'किसान आभार ट्रैक्टर यात्रा' का आयोजन किया गया। इस यात्रा में हज़ारों किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ शामिल हुए और मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रति आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव इस आयोजन में वर्चुअल रूप से जुड़े और किसानों को संबोधित किया।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य किसानों को भावांतर योजना के तहत मिलने वाले लाभों की जानकारी देना था। यह योजना सोयाबीन को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एनएसपी) पर खरीदे जाने और बाजार मूल्य तथा एमएसपी के अंतर की राशि किसानों को देने के लिए लागू की गई है।
ट्रैक्टर रैली में कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, देपालपुर विधायक मनोज पटेल, भाजपा विधायक उषा ठाकुर और भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा जैसे कई प्रमुख नेता शामिल हुए। सभी ने भावांतर योजना को किसानों के लिए एक बड़ा सहारा बताया और कहा कि यह योजना सीधे तौर पर किसानों को लाभ पहुँचा रही है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वर्चुअल माध्यम से किसानों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें इस योजना के तहत मिलने वाले लाभों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार हर हाल में उनके हितों की रक्षा करेगी।
कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि यह योजना किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य सुनिश्चित करेगी, जिससे उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा मिलेगी।
भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भावांतर योजना किसानों को आर्थिक संबल प्रदान कर रही है और कांग्रेस के नेता भी इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जिसका प्रमाण वे समय आने पर सार्वजनिक करेंगे।
देपालपुर विधानसभा के गांधीनगर में आयोजित इस कार्यक्रम में किसानों ने एकजुट होकर सरकार के प्रति विश्वास प्रकट किया और भावांतर योजना को किसान हितैषी बताया।