क्या कहना? नवनीत निशान ने कुंदन शाह के साथ अपने सपनों को किया साझा

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क्या कहना? नवनीत निशान ने कुंदन शाह के साथ अपने सपनों को किया साझा

सारांश

नवनीत निशान ने अपने करियर के महत्वपूर्ण क्षणों को साझा किया है, जब उन्होंने कुंदन शाह के साथ 'क्या कहना' में काम किया। इस फिल्म की यादें उन्हें आज भी ताज़ा हैं। जानें कैसे इस फिल्म ने उनके जीवन को प्रभावित किया और किस तरह से उनकी दोस्ती ने सैफ अली खान के साथ इस अनुभव को खास बना दिया।

Key Takeaways

  • कुंदन शाह जैसे निर्देशकों के साथ काम करने का अनुभव महत्वपूर्ण होता है।
  • फिल्म 'क्या कहना' ने नवनीत निशान के करियर को नया मोड़ दिया।
  • सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्में दर्शकों को प्रभावित करती हैं।
  • नवनीत और सैफ की दोस्ती ने फिल्म के अनुभव को खास बना दिया।
  • फिल्म की सफलता ने नवनीत के किरदार और लुक को सराहा।

मुंबई, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेत्री नवनीत निशान, जिन्हें 'राजा हिंदुस्तानी' और 'तारा' जैसे टीवी सीरियल्स के लिए जाना जाता है, ने रविवार को सोशल मीडिया पर फिल्म 'क्या कहना' की पुरानी यादों को साझा किया।

अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर अपनी कुछ यादगार तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें उन्होंने फिल्म के जाने-माने निर्देशक कुंदन शाह के साथ अपने अनुभवों को याद किया। नवनीत ने कहा कि कुंदन शाह की फिल्म 'जाने भी दो यारों' उनकी पसंदीदा फिल्मों में से एक है, और उनके साथ काम करना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा था।

अभिनेत्री ने कैप्शन में लिखा, "साल 2000, फिल्म 'क्या कहना' की यादें आज भी मेरे दिल में ताजा हैं। मुझे इस फिल्म में काम करने का मौका मिला, और सबसे बड़ी ख़ुशी इस बात की थी कि इसके निर्देशक कुंदन शाह जी थे। उनके साथ काम करना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा था, क्योंकि उनकी फिल्म 'जाने भी दो यारों' मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक है।"

'क्या कहना' की शूटिंग आर.के. स्टूडियो में की गई थी। प्रारंभ में फिल्म के हीरो मुकुल देव थे, और शूटिंग शुरू हो चुकी थी। लेकिन चौथे दिन सैफ अली खान को लिया गया।

अभिनेत्री ने बताया कि सैफ के साथ उनकी पुरानी दोस्ती थी, इसलिए वह इस बदलाव से खुश थीं। हालांकि, सैफ थोड़े असहज थे, क्योंकि नवनीत उनकी मां का किरदार निभा रही थीं।

अभिनेत्री ने कहा, "मुझे बहुत अच्छा लगा जब सैफ ने मुझे एक बेहतरीन कलाकार बताया और कहा कि मैं अपने काम को बहुत गंभीरता से लेती हूं। इस फिल्म में प्रीति जिंटा थीं, जिस वजह से वे फिल्म को लेकर थोड़ा नर्वस थीं। शूटिंग की शुरुआत में ही मेरा उनके साथ एक टकराव वाला सीन था। जब सीन शुरू हुआ, तो वे कांप रही थीं। मुझे बहुत बुरा लगा, क्योंकि उस सीन में मुझे उनके साथ कठोरता से पेश आना था, लेकिन अंदर से मुझे उनके लिए दया आ रही थी। ये फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है, और जब ये रिलीज हुई, तो मुझे बहुत हैरानी हुई कि ये एक बड़ी हिट साबित हुई। मेरे रोल और लुक को भी लोगों ने सराहा।"

'क्या कहना' सामाजिक मुद्दों पर आधारित थी और रिलीज के बाद यह एक बड़ी हिट साबित हुई। नवनीत के किरदार और लुक को दर्शकों ने बहुत पसंद किया।

Point of View

यह स्पष्ट है कि नवनीत निशान का अनुभव न केवल उनके लिए, बल्कि बॉलीवुड के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदर्भ है। कुंदन शाह जैसे निर्देशकों के साथ काम करना नए कलाकारों को प्रेरित करता है, और यह भारतीय सिनेमा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
NationPress
12/10/2025

Frequently Asked Questions

नवनीत निशान ने किस फिल्म में काम किया?
नवनीत निशान ने फिल्म 'क्या कहना' में काम किया।
कुंदन शाह कौन हैं?
कुंदन शाह एक प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक हैं, जिन्होंने 'जाने भी दो यारों' जैसी फिल्में बनाई हैं।
फिल्म 'क्या कहना' की शूटिंग कहां हुई थी?
फिल्म 'क्या कहना' की शूटिंग आर.के. स्टूडियो में हुई थी।
नवनीत निशान का कौन सा किरदार था?
नवनीत निशान ने फिल्म में सैफ अली खान की मां का किरदार निभाया था।
फिल्म 'क्या कहना' कब रिलीज हुई थी?
फिल्म 'क्या कहना' साल 2000 में रिलीज हुई थी।